रायपुर: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा 11 मई को सीजीपीएससी 2021 का परिणाम जारी किया गया, जिसके बाद से ही रिजल्ट को लेकर प्रदेश भर में हंगामा जारी है. चयन सूची में अधिकारियों और नेताओं के रिश्तेदारों के सेलेक्शन का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं. सोमवार को सीजीपीएससी के छात्रों को न्याय दिलाने के लिए एबीवीपी ने बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन भी किया.
एबीवीपी और पुलिस के बीच झड़प: सीजीपीएससी 2021 के परिणाम को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सरकार से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. मामले को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने निकले. एबीवीपी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने श्याम टाकीज के पास ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और एबीवीपी कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई. करीब 1 घंटे प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और लौट गए. इस झड़प में कुछ कार्यकर्ताओं के घायल होने की भी सूचना है.
"छत्तीसगढ़ में सीजीपीएससी का विषय युवाओं को आक्रोशित करने वाला है. बड़े-बड़े पदों के लिए भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. बैरिकेडिंग टूटी है और पुलिस से झड़प हो रही है, तो यह छात्रों का आक्रोश है. हम ज्ञापन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन हम पर बल का प्रयोग कर रही है. हमारे प्रमुख नेताओं पर बल का प्रयोग किया गया है. इस वजह से छात्र आक्रोशित हैं." - शुभम जायसवाल, संगठन मंत्री, एबीवीपी
सीएम को ज्ञापन देने निकले थे छात्र: एबीवीपी के संगठन महामंत्री शुभम जायसवाल का कहना था कि "हम प्रदेश के छात्र छात्राओं की बातों को मुख्यमंत्री से मिलकर अवगत कराना चाहते हैं. इसलिए हम मुख्यमंत्री निवास की ओर निकले थे. छत्तीसगढ़ में चुनाव आने वाले हैं और मुख्यमंत्री चुनावी दौरा कर रहे हैं. लेकिन प्रदेश में पीएससी की स्थिति को लेकर कुछ नहीं कर रहे हैं. हम पीएससी को राजनीतिकरण से बचाना चाहते हैं, इसलिए छात्रों का आक्रोश दिख रहा है."
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"पुलिस ने बेरहमी से पीटा": एबीवीपी के प्रदेश मंत्री मनोज वैष्णव का कहना है कि "11 मई को सीजीपीएससी 2021 के परीक्षा परिणाम जारी हुए हैं. परीक्षा परिणाम की मेरिट सूची को देखते हैं, तो एक बड़ा घोटाला सीजीपीएसी में देखने को मिलता है. हम चाहते हैं कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच हो. हम सभी मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे थे, उसी बीच पुलिस ने हम सभी के साथ ऐसा बर्ताव किया जैसे हम पेशेवर गुंडे हैं और हमसे मारपीट की गई. इसमें कई कार्यकर्ताओं को चोट भी आई है. मुझे भी चोट आई है. इससे यह ज्ञात होता है कि युवाओं के प्रति सरकार का कैसा रवैया है."
"CGPSC 2021 परिणाम की मेरिट लिस्ट में तीसरे और चौथे स्थान पर एक पति पत्नी हैं. नौवें और 12वें स्थान पर जो सेलेक्ट हुए हैं, वो भाई बहन हैं. सीजीपीएससी के चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के दत्तक पुत्र, उनके परिवार से संबंध रखने वाले कई अभ्यर्थियों के नाम चयन सूची में है. अभी केवल 20 लोगों की सूची जारी हुई है, बाकी लोगों का रोल नम्बर जारी हुआ है. अगर 20 लोगों की सूची में इतनी गड़बड़ी है, तो पूरे रिजल्ट में किस तरह का घोटाला हुआ होगा." - मनोज वैष्णव, प्रदेश मंत्री, ABVP
क्या है पूरा मामला: 11 मई को छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की ओर से सीजीपीएससी 2021 के परिणाम जारी किया गया. आरप है कि सीजीपीएससी की ओर से जारी किए गए मेरिट सूची में उद्योगपतियों, नेताओं और अधिकारियों के बच्चों और रिशतेदारों का सिलेक्शन हुआ है. वहीं इस पूरे मामले पर भारतीय जनता पार्टी ने भी सीजीपीएससी की पारदर्शिता पर सवाल उठाया है.