रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल राजधानी रायपुर में डे भवन के जीर्णोद्धार कार्यक्रम में शामिल हुए. भूपेश सरकार ने स्वामी विवेकानंद के निवास स्थान को संरक्षित करने के लिए डे भवन को स्मारक के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. कार्यक्रम में सीएम बघेल ने पुलिस सब इंस्पेक्टर के 971 पदों पर भर्ती के निर्देश भी दिए. सीएम ने हरिनाथ एकेडेमी इंग्लिश हायर सेकेंडरी स्कूल के नए भवन का लोकार्पण भी किया. यह स्कूल डे भवन में संचालित हो रहा था. स्कूल भवन का निर्माण ढाई करोड़ रुपए की लागत से किया गया है.
स्वामी विवेकानंद ने समाज को नई दिशा दी: इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "स्वामी विवेकानंद की स्मृति को सहेजने के लिए डे भवन को चार करोड़ की लागत से विवेकानंद स्मारक के रूप में विकसित किया जाएगा. डे भवन में संचालित स्कूल के लिए करीब ढाई करोड़ की लागत से भवन बनाया गया है. नरेंद्र को स्वामी विवेकानंद बनाने में रायपुर का बड़ा योगदान है. उन्होंने अपने जीवन की किशोरावस्था 12 से 14 वर्ष का समय रायपुर में बिताया. स्वामी विवेकानंद की स्मृतियों को सहेजने रायपुर के एयरपोर्ट का नामकरण स्वामी विवेकानंद के नाम पर किया गया है. स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी.
स्वामी विवेकानंद के बचपन का कुछ समय रायपुर में बीता: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे कहा कि "स्वामी विवेकानंद ने देश दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया. स्वामी जी ने युवाओं को ‘उठो, जागो और तब तक नहीं रूको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये‘ का संदेश दिया. छत्तीसगढ़ में जो महापुरुष आए, उन से सम्बंधित स्थलों को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है. स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी. उन्होंने देश दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया. छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान और गर्व की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी के बचपन का कुछ समय रायपुर में बीता. राज्य सरकार रायपुर में बसी स्वामी जी की यादों को सहेजने संवारने का प्रयास कर रही है."
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