ETV Bharat / state

मानवाधिकार आयोग ने जशपुर टोनही प्रताड़ना केस में लिया संज्ञान

जशपुर में टोनही बताकर महिला की ईंट-पत्थर से पिटाई की गई थी. जिसे राज्य मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग ने जिला कलेक्टर और एसपी से इस केस से संबंधित जानकारी मांगी है.

author img

By

Published : Mar 25, 2021, 9:45 PM IST

case of Tonahi Pratadna in jashpur
राज्य मानवाधिकार आयोग

रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर टोनही प्रताड़ना का केस प्रकाश में आया है. जशपुर में टोनही बताकर महिला की ईंट-पत्थर से पिटाई की गई थी. जिसे राज्य मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग ने जिला कलेक्टर और एसपी से इस मामले से संबंधित जानकारी मांगी है.

टोनही बताकर महिला की ईंट-पत्थर से की पिटाई

जानकारी के अनुसार जशपुर जिले के कोतमा क्षेत्र में एक महिला को टोनही बताकर प्रताड़ित किया गया. एक बच्ची के खराब स्वास्थ्य के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया गया. गांव के लोगों ने उस महिला की पत्थर और ईंटो से पिटाई की.

छत्तीसगढ़ में कड़ा कानून फिर भी नहीं रुक रहे टोनही प्रताड़ना के मामले

सभ्य समाज में ऐसी घटना पीड़ादायक: आयोग

छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना होने पर मानवाधिकार आयोग ने चिंता जाहिर की है. आयोग ने कहा कि राज्य विधायिका ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम बनाया है. लेकिन इसके बाद भी इस तरह की घटना का होना सभ्य समाज के लिए पीड़ादायक है.

एसपी और कलेक्टर से मंगाई जानकारी

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष गिरधारी नायक और सदस्य नीलम चंद सांखला ने जशपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से जानकारी मांगी है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर टोनही प्रताड़ना का केस प्रकाश में आया है. जशपुर में टोनही बताकर महिला की ईंट-पत्थर से पिटाई की गई थी. जिसे राज्य मानवाधिकार आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग ने जिला कलेक्टर और एसपी से इस मामले से संबंधित जानकारी मांगी है.

टोनही बताकर महिला की ईंट-पत्थर से की पिटाई

जानकारी के अनुसार जशपुर जिले के कोतमा क्षेत्र में एक महिला को टोनही बताकर प्रताड़ित किया गया. एक बच्ची के खराब स्वास्थ्य के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया गया. गांव के लोगों ने उस महिला की पत्थर और ईंटो से पिटाई की.

छत्तीसगढ़ में कड़ा कानून फिर भी नहीं रुक रहे टोनही प्रताड़ना के मामले

सभ्य समाज में ऐसी घटना पीड़ादायक: आयोग

छत्तीसगढ़ में ऐसी घटना होने पर मानवाधिकार आयोग ने चिंता जाहिर की है. आयोग ने कहा कि राज्य विधायिका ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम बनाया है. लेकिन इसके बाद भी इस तरह की घटना का होना सभ्य समाज के लिए पीड़ादायक है.

एसपी और कलेक्टर से मंगाई जानकारी

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है. आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष गिरधारी नायक और सदस्य नीलम चंद सांखला ने जशपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से जानकारी मांगी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.