रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश के अन्य प्रांतों से छत्तीसगढ़ वापस लौटे श्रमिकों को राशन वितरण किया जा रहा है. इसमें ऐसे प्रवासी मजदूर शामिल हैं जिनका नाम राशन कार्ड में नहीं है उनको भी राशन दिया जा रहा है. मजदूरों को मई और जून महीने में 5 किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रति महीने की दर से निशुल्क दिया जाना है. साथ ही 1 किलो चना प्रति परिवार प्रति महीने की दर से निशुल्क दिया जाना है. इसके लिये सभी जनपद कार्यालयों में और नगर पंचायत कार्यालयों में ऐसे प्रवासी श्रमिकों की पहचान कर ऑनलाइन एन्ट्री का कार्य किया जा रहा है. योजना का लाभ केवल ऐसे प्रवासी श्रमिकों को दिया जाना है, जिनका नाम किसी भी राशनकार्ड में दर्ज नहीं है.
बलौदा बाजार शहर के नगर भवन पास स्थित उचित मूल्य की दुकान से पुरानी बस्ती निवासी सोनाली नवरंगे के 3 सदस्यीय परिवार को इस योजना के तहत निशुल्क खाद्यान्न का लाभ दिया गया है. उन्होंने एक महीने का 15 किलो चावल लिया है. अब खाद्यान्न प्राप्त करने के बाद परिवार के सामने खाने की समस्या नहीं होगी. उनकी जिंदगी कोरोना काल में भी आसान हो गई है.
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मजदूरों ने सरकार का जताया आभार
प्रवास से वापस लौटने के बाद ये परिवार शहर के वार्ड 07 में निवासरत है. उसे 15 किलो चावल और मिलेगा. सोनाली नवरंगे की तरह ही कोई भी प्रवासी श्रमिक जो इस योजना के अन्तर्गत पात्र है. इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकेगा. इसके लिये वह प्रवासी श्रमिक जिसका नाम किसी भी राशनकार्ड में दर्ज नहीं है अपने आधार नम्बर और अन्य पहचान पत्र दस्तावेजों के साथ ग्रामीण क्षेत्र के लिये अपने ग्राम सचिव के माध्यम से सम्बंधित जनपद कार्यालय में और नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका और नगर पंचायत कार्यालय में जानकारी प्रस्तुत कर सकेगा. जहां उसकी डाटा एन्ट्री की जायेगी.
इसके बाद उसे उसके क्षेत्र की सम्बंधित शासकीय उचित मूल्य की दुकान से मई महीने और जून महीने के लिये निर्धारित खाद्यान्न प्राप्त हो सकेगा. वर्तमान में जिले की सभी 6 जनपदों और 9 नगरीय निकायों में ऐसे 485 परिवारों की पहचान कर 1 हजार 72 लोगों की एन्ट्री पूरी कर ली गई है