रायपुर: छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन (lockdown in Chhattisgarh) लगने के बाद से यात्री बसों का संचालन (Operation of passenger buses) पूरी तरह से बंद हो गया है. यात्री बसों का संचालन बंद हुए आज करीब 50 दिन पूरे हो गए हैं. कुछ गिने-चुने बसें ही इस दौरान चल रही है. पिछले साल से लगे लॉकडाउन के बाद से आज तक पूरे प्रदेश में करीब 40% बसों का संचालन हो रहा था. आने वाले समय में यात्री बसों का संचालन शुरू होगा या नहीं होगा इस बात का फैसला भी अब तक नहीं हो पाया है. इसे लेकर यातायात महासंघ कि 3 सूत्रीय मांग है. जिसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) और परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर (transport minister mohammad akbar) से संघ के सदस्य मुलाकात करेंगे.
लॉकडाउन और कोरोना के कारण 16 महीने से इंटरस्टेट और इंटरडिस्ट्रिक्ट बसें पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई. इस दौरान 40 प्रतिशत बसों का ही संचालन हुआ है. यातायात महासंघ के अध्यक्ष अनवर अली का कहना है कि पूरे प्रदेश में करीब 1200 बस हैं. जो लॉकडाउन में पूरी तरह से बंद पड़ी हुई है. उन्होंने बताया कि पहले 1 लीटर डीजल का दाम (diesel price in chhattisgarh) 67 रुपये हुआ करता था. जो आज बढ़कर 92 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है.
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ये हैं यातायात संघ की मांग
अनवर अली ने बताया कि 3 सूत्रीय मांग को लेकर वे मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री से जल्द मुलाकात करेंगे. उनकी 3 सूत्रीय मांगों में:
- मध्य प्रदेश की तर्ज पर यात्री किराया बढ़ाए जाने और यात्री किराया के संबंध में स्थाई नीति बनाए जाने की मांग शामिल है.
- दूसरा नॉन यूज बसों के कानून में केवल 30 जुलाई 2021 तक की अनिवार्यता को हमेशा के लिए खत्म किया जाए.
- तीसरा बस संचालकों का 31 दिसंबर 2021 तक की अवधि के लिए महीने का टैक्स माफ किया जाए