रायपुर: कोरोना वायरस के कारण बस के पहिए थम गए थे, हालाकि अनलॉक के बाद राज्य सरकार ने बसों के परिचालन की अनुमति दे दी थी, लेकिन बस संचालकों ने सरकार के सामने कुछ मांगें रख दी थी. जिसे अब राज्य सरकार ने मान ली है. इसके बाद रविवार यानी 5 जुलाई से एक बार फिर बसों का परिचालन पूरे राज्य में शुरू हो रहा है. तकरीबन साढ़े तीन महीने बाद लोग फिर से बसों में यात्रा कर पाएंगे.
लॉकडाउन के चलते बस सेवाएं पूरी तरह से बंद थी, लेकिन अनलॉक होते ही एक बार फिर बस के पहिए सड़कों पर चलेंगे. इस रविवार से बस सेवा शुरू होने जा रही है. बता दें, बस संचालक काफी समय से विरोध कर रहे थे, उनकी कुछ मांगें थी. इन मांगों के पूरे नहीं होने के चलते बस संचलाकों ने बस सेवाएं शुरू नहीं की थी. उन्होंने परिवहन मंत्री समेत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने अपनी मांगें रखी थी. सीएम भूपेश बघेल ने उनकी मांगों पर मुहर लगाई और आश्वासन दिया कि उनकी मांगें मानी जाएंगी. जिसके बाद रविवार से बस सेवा प्रदेश में शुरू की जा रही है.
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बस संचालकों ने रखी थी पांच मांग
बस संचालकों की मांग थी कि उनका 6 महीने का टैक्स माफ किया जाए. जिसके बाद राज्य सरकार ने बस संचालकों के लिए 3 महीने का टैक्स माफ कर दिया है. वहीं बस संचालकों की अगली मांग थी कि बस का किराया बढ़ाया जाए. जिसके बाद कैबिनेट में इस मांग पर भी मंजूरी मिल गई. इसका एक और कारण भी है कि लगातार देशभर में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं, लिहाजा संचालक किराया बढ़ सकते हैं. बस संचालकों ने पांच बिंदुओं पर अपनी मांग रखी थी जिसे सरकार ने अब मान लिया है.
राज्य के बाहर नहीं जा सकेंगी बसें
बस सेवा शुरू होने से प्रदेश के यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है. लंबे समय के बाद राज्य की जनता बस में सफर कर पाएगी, लेकिन अभी भी बाहर के राज्यों की बसों को प्रदेश में आने की अनुमति नहीं है और राज्य की बसों को बाहर जाने की अनुमति नहीं है.