रायपुर: प्रदेश में कोरोना के मद्देनजर किए लॉकडाउन को 7 अगस्त से अनलॉक कर दिया गया. अनलॉक होने के बावजूद बस ऑपरेटर बसों का संचालन नहीं कर रहे हैं. ऐसे में राज्य में लोगों को आवागमन करने में परेशानी हो रही है. बस ऑपरेटरों का कहना है कि राज्य सरकार से उनकी कुछ मांगे हैं, जिनके पूरा होने के बाद ही वे बसों का संचालन करेंगे. 10 अगस्त सोमवार को बस ऑपरेटर संघ के लोग राज्य परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात करेंगे और अपनी मांगों को लेकर उनसे चर्चा करेंगे.
बस ऑपरेटरों की मांग है कि सितंबर 2020 से मार्च 2020 तक टैक्स में छूट दी जाए. इसके साथ ही डीजल के वैट टैक्स में 50 फीसदी छूट देने की मांग है. इनके अलावा बस संचालकों की और भी दूसरी मांगे हैं, जिनके बारे में चर्चा की जाएगी. बस ऑपरेटर संघ के लोग बस स्टैंड में एकत्रित होंगे उसके बाद सभी परिवहन मंत्री से मुलाकात करने जाएंगे. मंत्री के सामने वे अपनी समस्याओं और मांगों को रखेंगे. परिवहन मंत्री से चर्चा के बाद ही ये साफ हो पाएगा की कब से बसों का संचालन किया जाएगा.
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बस ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष ने बताया कि लॉकडाउन और कोरोना की वजह से बस संचालन का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है. ऐसे में अगर सरकार उन्हें राहत नहीं देती, तो बसों का संचालन कर पाना मुश्किल है.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत
लॉकडाउन और ऑनलॉक की प्रक्रिया के बीच पेट्रोल और डीजल के दाम तेजी से बढ़े हैं. एक वक्त ऐसा भी था जब दोनों के दाम बराबर हो गए थे. इस महंगाई की मार भी आम जनता ही झेल रही है. पेट्रोल और डीजल के दामों में जो इजाफा हुआ है, उसका सीधा असर आज जनता की जेब पर पड़ा है, लोगों का कहना है कि आने वाले वक्त में भी जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट दोबारा शुरू किए जाएंगे तो उनके दाम में इजाफा देखने को मिलेगा. वहीं बस ऑपरेटरों का भी कहना है कि ऐसे में उनका गुजारा भी कैसे होगा, क्योंकि कोरोना के डर से अब भी लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं. सवारी नहीं होने पर बस संचालन करने में उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.