मुंगेली: जिले से एक राहत भरी खबर सामने आई है. यहां एक परिवार का खोया हुआ बेटा वापस मिल गया है. बताया जा रहा है कि, बीते 4 जुलाई को घर से लापता हुए 16 वर्षीय नाबालिग युवक को सरगांव थाना पुलिस ने महाराष्ट्र के भंडारा से बरामद किया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 4 जुलाई की रात को कृष्ण कुमार साहू ने सरगांव थाना पहुंचकर पुलिस को बताया कि, उसका बड़ा लड़का जो कि नाबालिग है, वो घर से सुबह से लापता है. परिजनों का कहना है कि उसके पास किसी व्यक्ति का अनजान नंबर से फोन आ रहा है. फोन करने वाला खुद को ट्रक ड्राइवर बताते हुए बच्चे को खुद के पास होने की जानकारी दे रहा है. वहीं फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को महाराष्ट्र के भंड़ारा में होने की बात कही है.
दुर्ग: 25 दिन से लापता बच्चे को पुलिस ने परिजनों को सौंपा
सरगांव थाना पुलिस की सूझ-बूझ से मिला बच्चा
माता-पिता से मिली जानकारी के आधार पर सरगांव थाना के प्रभारी केसर पराग ने उस अज्ञात ट्रक ड्राइवर से फोन पर बात की. ड्राइवर से टेलीफोन के माध्यम से संपर्क किया गया. फिर बच्चे को उसे किसी पुलिस थाने में सुपुर्द करने की सलाह ड्राइवर को दी गई. जिसके बाद ट्रक ड्राइवर ने बच्चे को भंडारा के लखनी थाने में सौंप दिया. तब तब सरगांव पुलिस अपनी टीम के साथ बच्चे के माता पिता को लेकर महाराष्ट्र के भंडारा से रवाना हुए. फिर लखनी थाने पहुंचकर सरगांव पुलिस ने कागजी कार्रवाई की. उसके बाद माता-पिता को बच्चे को सौंपा गया.
बच्चे ने बनाई थी झूठी कहानी
इस पूरे केस में जो बात निकलकर सामने आई है. वह काफी हैरान करने वाली है. बच्चा, माता-पिता की किसी बात से नाराज हो गया. उसके बाद वह घर से भाग गया. रास्ते में उसकी मुलाकात ट्रक ड्राइवर से हुई. उसने ड्राइवर को खुद अनाथ होने की बात बताई. उसने कहा कि, वह क्लीनर है. जिसके बाद ट्रक ड्राइवर उस बच्चे को अपने साथ लेकर चल दिया. लेकिन रात में बच्चे को अपने माता-पिता की याद आई तो वह रोने लगा. फिर उसने ट्रक ड्राइवर को पूरी बात बताई. बच्चे की बात सुनने के बाद ट्रक ड्राइवर ने फोन पर उसका संपर्क परिवार वालों से कराया. फिर मामला पुलिस में पहुंचा और बच्चे को बरामद किया गया.