रायपुर: सोमवार से विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज हो रहा है. इस सत्र में विपक्ष धर्मांतरण, भूमाफिया , प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, किसानों को हो रहे खाद और बीज की कमी सहित कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरेगी. नेता प्रतिपक्ष ने प्रेस वार्ता के दौरान साफ कर दिया कि विपक्ष सरकार को मानसून सत्र में इन सभी मुद्दों पर जवाब देने के लिए बाध्य करेगा.
छत्तीसगढ़ में हो रही है खाद की कमी
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में खाद की किल्लत हो रही है. अभी बारिश हुई है लेकिन अभी भी आधे क्षेत्र में बिना पंप के सिंचाई और रोपाई नहीं हो पा रही है. अनियमित रूप से जो कटौती हो रही है किसानों को वर्मी कंपोस्ट को लेकर परेशान किया जा रहा है. इसके अलावा धान संग्रहण केंद्र में जो धान सड़ रहे हैं उसका कोई माई बाप नहीं है. करीब हजार करोड़ रुपये के नुकसान की संभावना है. प्रदेश में गिरती हुई कानून व्यवस्था की स्थिति जगजाहिर है. प्रदेश में माफिया का राज लगातार बढ़ता जा रहा है. धर्मांतरण तेजी से फैल रहा है. इन सारे मुद्दों को बीजेपी विधानसभा में उठाएगी.
नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने प्रेसवार्ता कर भूपेश सरकार को घेरा
'कांग्रेस के जनप्रतिनिधि कांग्रेस से नहीं है सुरक्षित'
विधायक बृहस्पति सिंह पर हमले के मामले में नेता प्रतिपक्षव धरमलाल कौशिक ने कहा कि ये दुर्भाग्य जनक स्थिति है, आज कांग्रेस के जनप्रतिनिधि कांग्रेस से ही सुरक्षित नहीं है. बाकी तफ्तीश होने पर और बातें सामने आएगी क्योंकि इसके पहले संवाद हीनता हमने देखा था. इस सरकार में संवाद हीनता इतनी बढ़ गई थी है कि एक कैबिनेट मंत्री की समस्या को लेकर दूसरे कैबिनेट मंत्री को पत्र लिखा जाता है. इस प्रकार की घटना से मुझे समझ में नहीं आ रहा है, कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ को किस दिशा में और कहां ले जाना चाहती है.
सर्व आदिवासी समाज में बढ़ा असंतोष
कोई भी बड़े उम्मीद के साथ सीएम या मंत्री से मिलने जाता है. ऐसे में अगर सरकार का मुखिया ऐसे लोगों से नहीं मिलेगा तो अंसतोष बढ़ेगा.