रायपुर: छत्तीसगढ़ चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी लगातार छत्तीसगढ़ में मंथन कर रही है. बुधवार को कांग्रेस नेताओं की रायपुर में बैठक हुई थी. इस मीटिंग में नेता प्रतिपक्ष के नाम पर चर्चा हुई. शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष का ऐलान कर दिया. चरण दास महंत को नेता प्रतिपक्ष चुना गया है. कांग्रेस में हुए इस बदलाव पर बीजेपी निशाना साध रही है. बीजेपी की तरफ से प्रतिक्रिया जाहिर कर सीधे पूर्व सीएम भूपेश बघेल को निशाने पर लिया गया है.
कांग्रेस पार्टी में भूपेश का भरोसा खत्म: बीजेपी की तरफ से प्रदेश महामंत्री और विधायक केदार कश्यप ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी को भूपेश बघेल पर अब भरोसा नहीं रहा, जो उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणदास महंत को विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष बनाया है.
"कांग्रेस सरकार में वनमैन शो का काम करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अब कांग्रेस पार्टी किनारा करने लगी है. जिसका ताजा उदाहरण सबके सामने हैं. 15 वर्षों से सत्ता से दूर रही कांग्रेस पार्टी को 2018 में जनता ने जो जनादेश दिया था उसे जनादेश का कांग्रेस पार्टी ने जरा भी सम्मान नहीं किया. कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इन 5 वर्षों में भ्रष्टाचार के नए नए कीर्तिमान बनाए थे. भूपेश है तो भरोसा है का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी में अब भूपेश बघेल पर जरा भी भरोसा नहीं है": केदार कश्यप, बीजेपी महामंत्री और विधायक
कांग्रेस में शुरू हुई कलह: कांग्रेस पार्टी पर बीजेपी का हमला यहीं नहीं रुका. बीजेपी प्रदेश महामंत्री और विधायक केदार कश्यप ने कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि"कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अपनी अंदरूनी कलह से जूझती रही. उनके सरकार के मंत्री ही भूपेश बघेल पर भरोसा नहीं करते थे, कांग्रेस पार्टी जान गई थी कि भूपेश बघेल की नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. भ्रष्टाचार एवं लूट चारों तरफ हुई है. जिसकी वजह से कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल पर जरा भी भरोसा नहीं जताया. यही वजह है कि भूपेश बघेल को साइडलाइन करते हुए चरणदास महंत को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है.
अब देखना होगा कि बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस की तरफ से क्या प्रतिक्रिया सामने आती है.