रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र 7 मार्च से 25 मार्च तक चलेगा. सत्र के दौरान विपक्ष धर्मांतरण, माफिया और क्राइम पर भूपेश सरकार को घेरने की तैयारी में है. वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भूपेश सरकार पर तीखे वार किये हैं. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के प्रश्नों से बचना चाहती है. इस वजह से सरकार इस बार के सत्र में सिर्फ 13 बैठकें कर रही है.
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ की अदालतों में ई-कोर्ट की सुविधा बढ़ाने पर मंथन
छोटे सत्र में भी विपक्ष पूछेगा सरकार से कड़े सवाल
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि बजट सत्र महत्वपूर्ण सत्र है. इसमें बहुत सारी चर्चाएं होती हैं. इस बार इतनी कम अवधि है कि संपूर्ण चर्चा नहीं हो पाएगी. इतना ही नहीं हमारी परंपरा भी टूटती चली जा रही है. पिछले 1 साल में प्रदेश में लगातार माफिया राज चरम पर है. इसमें चाकूबाजी की घटना, अनाचार की घटना, अधिकारियों के साथ मारपीट और जनता के साथ मारपीट लगातार बढ़ती चली जा रही है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया और भू माफिया का दबदबा बढ़ता जा रहा है. लेकिन इस बार के सत्र में इनसब पर चर्चा के लिए हमारे पास समय ही नहीं है. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से यह सबसे कम अवधि का सत्र है. सरकार चर्चा से भागना चाह रही है. इसी वजह से चर्चा के लिए कम समय रखा है.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमेशा से 28-29 दिन की अवधि सत्र के लिए रखी जाती है, ताकि महत्वपूर्ण बिलों पर हर विभाग से चर्चा की जाती है. पक्ष-विपक्ष दोनों भाग लेते हैं और अपनी बात रखते हैं. क्षेत्र की बात रखते हुए सुझाव भी देते हैं. लेकिन जिस प्रकार से सत्र को छोटा किया गया है, सरकार सवाल से भागना चाहती है. फिर भी हम एक-एक मिनट का उपयोग कर जनहित के मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे. जनता के बीच उसे उजागर करेंगे और जनता की समस्याएं उठाते रहेंगे.