नई दिल्ली/रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली में भाजपा नेताओं की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन किया. इस बैठक में पार्टी की भविष्य की रणनीति, राज्य विधानसभा चुनावों के अगले दौर की तैयारी और विभिन्न संगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा की जा रही है. भाजपा सूत्रों ने कहा कि यह बैठक उन नेताओं के लिए जायजा लेने की कवायद के तौर पर भी काम कर रही है, जो साल भर सांगठनिक कार्यों में लगे रहते हैं.
पार्टी की उपस्थिति को और मजबूत करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों सहित नेताओं के विभिन्न समूहों को भी शामिल किया गया है, खासकर उन जगहों पर जहां पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव हार गई थी और 2024 में जीत पर नजर गड़ाए हुए है. त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ के अलावा कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कुछ चुनावी महत्वपूर्ण राज्यों में लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं.
शीतकालीन सत्र से पहले सरकार की सर्वदलीय बैठक जारी
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मीडिया को बैठक की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भाजपा की बैठक में पीएम मोदी ने कहा है कि जी-20 में भारत की अध्यक्षता सभी नागरिकों के लिए गर्व की बात है और यह विश्व स्तर पर भारतीयता और अपनी संस्कृति को स्थापित करने का अवसर है. देश भर के भाजपा नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने पार्टी सदस्यों से सीमावर्ती ग्रामीणों से सीधा संपर्क बनाए रखने को कहा और कहा कि उन्हें ऐसे स्थानों के रूप में विकसित किया जाना चाहिए जहां पर्यटक आते हो.
काशी तमिल संगमम की तारीफ: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बैठक और मोदी के संबोधन के बारे में संवाददाताओं को जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक का उद्घाटन किया और कहा कि यूक्रेन युद्ध और कोविड महामारी जैसी वैश्विक चुनौतियों के बीच आर्थिक शक्ति के रूप में देश के उभरने को दुनिया भर में स्वीकार किया जा रहा है. उन्होंने वाराणसी में महीने भर चलने वाले "काशी तमिल संगमम" की भी सराहना की.
मोदी ने कहा कि "स्नेह मिलन", एक विचार है. यह उन्होंने पहली बार हैदराबाद में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान व्यक्त किया था. सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए ऐसे कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए.
रमन सिंह ने कहा कि दो दिवसीय बैठक में विभिन्न सामयिक मुद्दों और आगामी राज्य चुनावों पर भी चर्चा होगी. पार्टी नेता बूथों पर अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने पर विचार कर रहे हैं. इसके राष्ट्रीय पदाधिकारियों के अलावा, भाजपा की राज्य इकाइयों के अध्यक्ष और महासचिव (संगठन) भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की अध्यक्षता वाली बैठक का हिस्सा हैं.