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Priyanka Bastar Daura: विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस ने कितनी महिला उम्मीदवारों पर खेला दांव, कितनों को मिली जीत - जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़

प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि, महिला सम्मेलन के बहाने कांग्रेस छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव अभियान का शंखनाद करेगी. यही वजह है कि, कांग्रेस के अदने से लेकर आला पदाधिकारी ने तैयारी में पूरी ताकत झोंक दी है. विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भूमिका को लेकर भी चर्चा है. यही वजह है कि, अब महिलाओं को साधने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका को मैदान में उतारा है.Priyanka Bastar Daura

BJP and Congress gave ticket to women
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव
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Published : Apr 12, 2023, 10:46 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कुल 1.89 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 94.77 लाख पुरुष तो 94.38 लाख महिलाएं हैं. सूबे के 14 जिले ऐसे हैं, जहां महिला वोटरों की संख्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा है. छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से आधे से ज्यादा पर महिलाएं निर्णायक भूमिका में हैं. 13 अप्रैल को जगदलपुर में भरोसे का सम्मेलन होने जा रहा है. महिलाओं के इस कार्यक्रम में भी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के जरिए कांग्रेस की निगाह महिला वोटरों पर ही होगी. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि, छत्तीसगढ़ बनने के बाद से किस किस पार्टी ने आधी आबादी को साधने के लिए कितनी महिलाओं को टिकट दिया और कितनों ने कामयाबी हासिल की.

राज्य गठन से लेकर अब तक 40 महिलाएं बन चुकी हैं विधायक: राज्य गठन के समय पहली विधानसभा में केवल छह महिला सदस्य थीं. दूसरी विधानसभा 2003 में भी छह महिला सदस्य थीं. तीसरे विधानसभा 2008 में 12 और चौथी विधानसभा 2013 में 10 महिला सदस्य रहीं. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 13 सीटें, महिलाओं ने जीती. इसके बाद हुए दो उप चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की. जिसमें महिला उम्मीदार जीतीं. उसके बाद एक और सीट पर कांग्रेस की महिला उम्मीदवार जीतीं. इस तरह साल 2003 से लेकर अब तक हुए विधानसभा चुनाव में कुल 40 महिला विधायक सूबे में चुनी जा चुकी हैं.

बीजेपी ने 14 तो, कांग्रेस ने 13 महिलाओं को दिया था टिकट: वर्तमान में प्रदेश की 90 विधानसभा सीट में 16 सीटों पर महिलाएं काबिज हैं. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 90 सीट में से 13 सीटें महिलाओं ने जीतीं थी. विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा ने 14 तो कांग्रेस ने 13 महिलाओं को मैदान में उतारा था. महज 3 विधानसभा सीटों तखतपुर, सिहावा और सारंगढ़ में ही महिलाओं का मुकाबला, महिला उम्मीदवारों से था.

कांग्रेस की 13 तो भाजपा की एक ही महिला विधायक: विधानसभा चुनाव 2018 में 13 महिला विधायक विधानसभा पहुंची, जिनमें 10 कांग्रेस, एक भाजपा, एक जोगी कांग्रेस और एक बहुजन समाज पार्टी की विधायक शामिल रहीं. इसके बाद प्रदेश में हुए तीन उप चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से जीत हासिल कर देवती कर्मा, यशोदा बर्मा और सावित्री मंडावी भी विधानसभा में पहुंची. इसी के साथ छत्तीसगढ़ में 90 विधायकों में महिला विधायकों की संख्या 13 से बढ़कर 16 हो गई.

यह भी पढ़ें- Korba : क्या आगमी चुनावों में राहुल गांधी की जगह प्रियंका गांधी होंगी कांग्रेस का चेहरा ?



कांग्रेस और बीजेपी ने कितनी महिलाओं को दिया था टिकट: विधानसभा चुनाव 2003 में कांग्रेस ने 90 में से 8 महिलाओं को टिकट दिया. इस चुनाव में एक भी कांग्रेसी महिला उम्मीदवार जीत नहीं पाई. भाजपा ने 6 महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, जिनमें से 4 ने जीत हासिल की. साल 2008 में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने 10-10 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. कांग्रेस की 5 और बीजेपी की 6 महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. वहीं साल 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने 12 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, जिनमें से 4 ने जीत हासिल की. भाजपा ने 10 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया, जिनमें से 6 विधायक बनीं.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कुल 1.89 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 94.77 लाख पुरुष तो 94.38 लाख महिलाएं हैं. सूबे के 14 जिले ऐसे हैं, जहां महिला वोटरों की संख्या पुरुषों के मुकाबले ज्यादा है. छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से आधे से ज्यादा पर महिलाएं निर्णायक भूमिका में हैं. 13 अप्रैल को जगदलपुर में भरोसे का सम्मेलन होने जा रहा है. महिलाओं के इस कार्यक्रम में भी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के जरिए कांग्रेस की निगाह महिला वोटरों पर ही होगी. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि, छत्तीसगढ़ बनने के बाद से किस किस पार्टी ने आधी आबादी को साधने के लिए कितनी महिलाओं को टिकट दिया और कितनों ने कामयाबी हासिल की.

राज्य गठन से लेकर अब तक 40 महिलाएं बन चुकी हैं विधायक: राज्य गठन के समय पहली विधानसभा में केवल छह महिला सदस्य थीं. दूसरी विधानसभा 2003 में भी छह महिला सदस्य थीं. तीसरे विधानसभा 2008 में 12 और चौथी विधानसभा 2013 में 10 महिला सदस्य रहीं. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में 13 सीटें, महिलाओं ने जीती. इसके बाद हुए दो उप चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की. जिसमें महिला उम्मीदार जीतीं. उसके बाद एक और सीट पर कांग्रेस की महिला उम्मीदवार जीतीं. इस तरह साल 2003 से लेकर अब तक हुए विधानसभा चुनाव में कुल 40 महिला विधायक सूबे में चुनी जा चुकी हैं.

बीजेपी ने 14 तो, कांग्रेस ने 13 महिलाओं को दिया था टिकट: वर्तमान में प्रदेश की 90 विधानसभा सीट में 16 सीटों पर महिलाएं काबिज हैं. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की 90 सीट में से 13 सीटें महिलाओं ने जीतीं थी. विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा ने 14 तो कांग्रेस ने 13 महिलाओं को मैदान में उतारा था. महज 3 विधानसभा सीटों तखतपुर, सिहावा और सारंगढ़ में ही महिलाओं का मुकाबला, महिला उम्मीदवारों से था.

कांग्रेस की 13 तो भाजपा की एक ही महिला विधायक: विधानसभा चुनाव 2018 में 13 महिला विधायक विधानसभा पहुंची, जिनमें 10 कांग्रेस, एक भाजपा, एक जोगी कांग्रेस और एक बहुजन समाज पार्टी की विधायक शामिल रहीं. इसके बाद प्रदेश में हुए तीन उप चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से जीत हासिल कर देवती कर्मा, यशोदा बर्मा और सावित्री मंडावी भी विधानसभा में पहुंची. इसी के साथ छत्तीसगढ़ में 90 विधायकों में महिला विधायकों की संख्या 13 से बढ़कर 16 हो गई.

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कांग्रेस और बीजेपी ने कितनी महिलाओं को दिया था टिकट: विधानसभा चुनाव 2003 में कांग्रेस ने 90 में से 8 महिलाओं को टिकट दिया. इस चुनाव में एक भी कांग्रेसी महिला उम्मीदवार जीत नहीं पाई. भाजपा ने 6 महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, जिनमें से 4 ने जीत हासिल की. साल 2008 में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने 10-10 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. कांग्रेस की 5 और बीजेपी की 6 महिला उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. वहीं साल 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने 12 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, जिनमें से 4 ने जीत हासिल की. भाजपा ने 10 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया, जिनमें से 6 विधायक बनीं.

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