रायपुर: छत्तीसगढ़ के 10 जिलों के 15 निकायों के लिए चुनाव का बिगुल बज चुका है. आज नामांकन का आखिरी दिन था. 20 दिसंबर को वोटिंग होनी है और चुनाव के परिणाम 23 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. आज बिरगांव निगम (Birgaon Municipal Corporation) में नामांकन के दौरान भाजपा, कांग्रेस और जनता कांग्रेस (Chhattisgarh Janata Congress, jogi congress, JCCJ) ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए. नामांकन दायर करने पहुंचे थे. शक्ति प्रदर्शन के दौरान भाजपा की ओर से जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी, भाजपा वरिष्ठ नेता राजेश मूरत मौजूद रहे. वहीं, कांग्रेस की तरफ से ग्रामीण विधायक सतनारायण शर्मा मौजूद रहे.
बिरगांव में चुनावी समीकरण (Electoral equation in Birgaon) की बात की जाए तो बिरगांव के 40 वार्डों में 2014-15 में पहला चुनाव हुआ था. 40 में से कांग्रेस ने 21 वार्डों में जीत हासिल की थी. 13 वार्ड में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जीते थे और 6 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने कब्जा जमाया था. वहीं, पिछले बार महापौर के अलग से चुनाव होने की वजह से भाजपा के महापौर पिछले बार बिरगांव में जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार पार्षद प्रत्याशियों से ही महापौर चुने जाएंगे. यानी जो पार्टी बिरगांव के 40 वार्डों में ज्यादा वार्डों पर जीत हासिल करेगी. उन्हीं में से फिर महापौर चुने जाएंगे. गौर हो कि 2003 में पहली बार अजीत जोगी बीरगांव आ कर बीरगांव नगरपालिका की स्थापना कि थी.
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बिरगांव में कुल 40 वार्ड
बिरगांव के 40 वार्डों में कुल 80 हजार की संख्या है. भाजपा कांग्रेस और जनता कांग्रेस ने सभी 40 वार्डों में अपने प्रत्याशियों को खड़ा किया है. आज नामांकन के आखरी दिन सभी पार्टी के प्रत्याशी गाजे-बाजे के साथ नामांकन दायर करने पहुंची. शक्ति प्रदर्शन के दौरान भाजपा और कांग्रेस में हजारों संख्या में लोग सड़कों पर नजर आए. 20 तारीख को वोटिंग होनी है और 23 तारीख को गिनती होनी है. ऐसे में 23 तारीख को पता चल जाएगा कि बिरगांव में कौन सी पार्टी का परचम लहरता है.
इस बारे में ईटीवी भारत ने भाजपा, कांग्रेस और जनता कांग्रेस से बात किया. आइए जानते हैं उनका क्या कहना है...
बिरगांव नगर चुनाव को लेकर भाजपा गंभीर
बिरगांव नगर निगम के चुनाव को भारतीय जनता पार्टी कितनी गंभीरता से लेकर चुनाव मैदान में है. इसका अंदाजा राजनीतिक प्रेक्षक इस बात से लगा रहे हैं कि पार्टी ने इस बार पिछले बार महापौर रही अंबिका यदु को इस बार पार्षद तक का टिकट इसलिए नहीं दिया. क्योंकि उनके खिलाफ एंटी इनकंबेंसीग की लहर हो सकती है. प्रेक्षको का यह भी मानना है कि यदु के खिलाफ आम जनता के बीच काफी नाराजगी है. इसी वजह से इतने बड़े चेहरे को भी पार्टी पार्षद का भी चुनाव नहीं लड़वाना चाह रही है.
प्रचार-प्रसार के नए तरीके अपना रहे प्रत्याशी
बीरगांव नगर पालिका में जोगी कांग्रेस (Jogi Congress in Birgaon Municipality) ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस इलाके में इनकी अच्छी पैठ भी मानी जा रही है. पार्टी की ओर से एवज देवांगन को महापौर का चेहरा बनाया गया है. देवांगन ने अपने प्रचार प्रसार के लिए एक अनूठा प्रयोग किया है. जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. देवांगन ने खुद के राजनीतिक सफर को लेकर एक फिल्म का निर्माण भी करवाया है. जिसमें दिखाया गया है कि वे किस तरह से पिछले 20 वर्षों से जनता की सेवा कर रहे हैं. इस दौरान उन्हें किस तरीके की परेशानियां झेलनी पड़ी है. इस फिल्म में उल्लेखित है इस फ़िल्म में प्रदेश के जाने-माने गायक सुनील सोनी (छइयां भुइया फेम) ने भी कई गाने गाए है.
बीरगांव के 40 वार्ड में कुल 80 हजार मतदाता
चुनावी समीकरण की बात की जाए तो बीरगांव निगम में कुल 40 वार्ड हैं. बिरगांव निगम की कुल संख्या 80 हजार 441 है. जिनमें पुरुषों की संख्या 43 हजार 627 और महिलाओं की संख्या 36 हजार 799 है. यानी एवरेज के हिसाब से बात की जाए तो हर वार्ड में करीब 2000 मतदाता है. राजनीतिक प्रेक्षक का मानना है कि अगर किसी प्रत्याशी को 700 से 800 वोट भी 1 वार्ड में मिल जाते हैं, तो वह चुनाव जीत सकते हैं.
भाजपा की ये है गणित
पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा राजीव अग्रवाल ने बताया कि महापौर भारतीय जनता पार्टी का बनने जा रहे हैं. हम 40 में से 30 सीटें जीतेंगे बीरगांव की जो जानता है. वह मजदूर, कंपनी में काम करने वाले लोग ज्यादा हैं. उन्होंने 15 साल का डॉक्टर रमन सिंह का सरकार देखा है. पिछले 3 साल के कांग्रेस का सरकार भी देखा है. उन्हें मालूम है कि डॉ. रमन सिंह के सरकार और बीजेपी का जो कार्यकाल रहा. वह सर्वोत्तम रहा जिसके कारण यह भीड़ उमड़ी है. सर्वांगीण विकास को लेकर हम यहां चुनाव लड़ रहे हैं. पहले बिरगांव में पानी की काफी समस्या थी, लेकिन पिछले बार जब भाजपा के महापौर यहां बना उसके बाद से पानी की समस्या लगभग यहां पर खत्म हो गई. यहां के लोगों ने भाजपा महापौर का कार्यकाल देखा है और लोग संतुष्ट हैं ऐसे लोग चाहते हैं कि इस बार भी भाजपा यहां आए.
पिछले 1 साल से कोई महापौर नहीं
प्रत्याशी एवज देवांगन ने बताया कि बीरगांव में भारतीय जनता पार्टी के महापौर 5 साल रही. कांग्रेस की सरकार अभी वर्तमान में है .यहां पिछले 1 साल से कोई महापौर नहीं है और यहां पूरा विधायक और विधायक पुत्र का राज चलता है .यहां किसी तरह का कोई विकास नहीं हुआ है. नगर निगम यदि चलाना है तो पैसे की जरूरत है. लेकिन नगर निगम यहां पर जो निवासरत है हमारे वेवसाइक भाई उनसे संपत्ति कर ले कर बीरगांव को चला रहे हैं. लेकिन जब हमारे लोग संपत्ति कर देते हैं तो उद्योगपति क्यों नहीं दे रहे हैं. इसके लिए मैंने याचिका भी लगाई है. याचिका में आदेश भी हो चुका है. 2 साल पहले लगभग 100 करोड़ का वसूली होना है, लेकिन उस पैसे को निगम वसूल नहीं कर रही है. भाजपा और कांग्रेस के जेब में पूरा पैसा जा रहा है. जिससे हमारी जनता का नुकसान हो रहा यह हमारी प्राथमिकता रहेगी कि जैसे ही बहुमत के साथ हमारे महापौर बनेंगे. हम उद्योगपतियों से पैसा निकलवाएंगे और बीरगांव में विकास की गंगा बहेगी. यह हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी. विधानसभा के समय हमारे विधायक ने बड़ी-बड़ी बातें की है कि हम विकास करेंगे. बीरगांव का नक्शा बदल देंगे, लेकिन अभी तक कोई विकास नहीं हुआ है और लोग उन से त्रस्त हो गए हैं. भारतीय जनता पार्टी के महापौर को भी यहां के लोगों ने 5 साल देखा है ऐसा लगता था कि यहां कोई महापौर है ही नहीं. जनता काफी परेशान है जनता अब हमारी पार्टी को पसंद कर रही है और आने वाले समय में यहां पर हम पूरी बहुमत के साथ महापौर बनेंगे.
कांग्रेस के पक्ष में है माहौल
रायपुर ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि चारों तरफ वातावरण कांग्रेस के पक्ष में है. मतदाताओं में बहुत उत्साह है. कार्यकर्ता बहुत उत्साहित है. सभी 40 वार्ड में हमारा नामांकन हुआ है. यहां पर हर जगह विकास के काम हुए हैं. 109 करोड़ की जल आवर्धन योजना हर घर में पीने का पानी नल के द्वारा दिए जाने का काम तेजी से चल रहा है सड़कें, नालियां, बिजली पट्टे दिए हैं. भाजपा ने कुछ नहीं किया, केवल वादे किए हैं. इसलिए भाजपा केवल 14 विधायकों में सिमट के रह गई. यहां पर कांग्रेस का परचम लहराएगा. कांग्रेस का वातावरण है. कांग्रेस की हवा चल रही है यहां पर.