रायपुर: राजधानी रायपुर में कांग्रेसी नेता के भतीजे की हत्या कर दी गई है. 33 दिन बाद लापता युवक की लाश मिली है. मृतक बिरगांव नगर निगम के पार्षद इकराम अहमद का भतीजा था. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता व पार्षद के भतीजे वाहजुद्दीन उर्फ बाबू (21) इलाके के माफिया की बेटी से प्रेम करता था. दोनों के बीच गहरे सम्बंध थे. इसी बात से युवती का माफिया पिता नाराज था. उसके बाद उसने योजना बनाकर युवक की हत्या कर दी. हत्या के बाद लाश को दफना दिया. रायपुर पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.Birgaon Congress councilor nephew murder
माफिया की बेटी से इश्क करता था मृतक: पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया "दुर्गा नगर बीरगांव निवासी करीम खान के कहने पर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. पुलिस ने विश्वनाथ और करीम खान को हिरासत में लिया. उनसे भी पूछताछ की गई. पूछताछ पर यह तथ्य सामने आया है कि करीम खान की लड़की के साथ मृतक बाबू उर्फ वाहेजुद्दीन के संबंध थे. करीम खान ने कई बार बाबू को अपनी लड़की से दूर रहने की हिदायत दी थी, लेकिन वो उसकी लड़की से मिलता जुलता था. इसी नाराजगी में करीम खान ने फिरोज खान और विश्वनाथ की मदद से बाबू की हत्या कर दी. फिरोज खान और विश्वनाथ की निशानदेही पर शुक्रवार को रामेश्वर नगर खमतराई रेल्वे ट्रैक के किनारे 25 सितंबर से लापता बाबू उर्फ वाहेजुद्दीन के शव को अतिरिक्त तहसीलदार हरीश ध्रुव के सामने खोद कर निकाला गया." raipur crime news.
33 दिन से था लापता: उरला थाना क्षेत्र के बिरगांव स्थित गाजी नगर से कांग्रेसी नेता का भतीजा 25 सितंबर से लापता था. इसकी शिकायत परिजनों ने 2 अक्टूबर को उरला थाने में दर्ज कराई थी. जब से वाहेजुद्दीन उर्फ बाबू लापता हुए था तब से उसका मोबाइल फ़ोन भी बंद आ रहा था. शिकायत के बाद उरला पुलिस ने कुछ संदेहियों को बुलाकर पूछताछ भी किया, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली. इसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने इसकी शिकायत एसएसपी प्रशांत अग्रवाल से की. फिर मामले की जांच के लिए एसीसीयू को सौंपा गया. एसीसीयू को जांच की जिम्मेदारी मिलते ही 24 घंटे के भीतर मामले का खुलासा कर दिए.
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ऐसे पकड़े गए आरोपी: मामले की गंभीरता को समझते हुए एसीसीयू ने तत्काल मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक सीसीटीव्ही फुटेज और मोबाईल के कॉल रिकार्डस का अध्ययन किया गया, लेकिन कोई खास तथ्य नहीं मिल रहे थे. इस बीच गुम इंसान के साथ कोई अनहोनी घटना के संबंध में तफ्तीश की गई. कुछ संदिग्धों से पूछताछ की गई. परिणामतः गुम इंसान के साथ हुई पूर्व में कुछ घटनाओं के मद्देनजर कुछ संदिग्धों पर ध्यान केन्द्रित किया गया. संदिग्ध फिरोज खान निवासी रामेश्वर नगर भनपुरी थाना खमतराई जो कि आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति था. पुलिस ने फिर उसे हिरासत में लिया. उससे पूछताछ की गई. शुरुआत में वह पुलिस को गुमराह करता रहा. एसीसीयू रायपुर के द्वारा की गई गहन पूछताछ के दौरान उसने अपने साथी विश्वनाथ उर्फ विशु के साथ गुमइंसान को रामेश्वर नगर खमतराई के पीछे रेल्वे ट्रेक के पास बुलाकर उसकी हत्या कर शव को रेल्वे ट्रैक किनारे दफन करने की बात की पुष्टि की.
आपराधिक प्रवृत्ति का है आरोपी : उरला पुलिस ने बताया कि '' भनपुरी का रहने वाला आरोपी फिरोज खान आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है. इसे हिरासत में लेकर पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने युवक की हत्या करने की बात स्वीकार की. जिसके बाद पुलिस ने विश्वनाथ उर्फ विशु और करीम खान को गिरफ्तार किया. लापता युवक हत्या के मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस अलग-अलग एंगल से इस मामले की जांच में जुट गई थी. जिसके बाद एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट के साथ ही उरला पुलिस की संयुक्त टीम ने कड़ाई से छानबीन की तो हत्या के मामले में पुलिस को अहम जानकारी हाथ लगी. आरोपी फिरोज खान खमतराई रायपुर का रहने वाला है. आरोपी विश्वनाथ उर्फ विशु भी खमतराई रायपुर का निवासी है. तीसरा आरोपी करीम खान बीरगांव उरला रायपुर का रहने वाला है.Raipur crime case