रायपुर: मणिपुर हिंसा को लेकर एक बाद फिर सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 और फिर साल 2024 में लोकसभा के चुनाव भी होने हैं. ऐसे में सारी राजनीतिक पार्टियां अब इलेक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. लगातार राजनीतिक बयानबाजी चल रही है. सीएम भूपेश बघेल शनिवार को रायपुर में वित्त विभाग के कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लिया.
"बीजेपी के लोग दावा करते हैं कि हमारे राज्य में सांप्रदायिकता नहीं है. यहां 50 दिनों से मणिपुर जल रहा है. लेकिन प्रधानमंत्री के पास समस्या के समाधान के लिए बात करने का समय नहीं है." -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री
मणिपुर हिंसा के बाद लोन पर बीजेपी को घेरा: भाजपा हर जगह छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के लोन का जिक्र करती है, इस सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "आप छत्तसीगढ़ की वित्तीय स्थिति निकाल लीजिए और केंद्र सरकार की वित्तीय स्थिति निकाल लीजिए. मध्य प्रदेश की निकाल लीजिए, उत्तर प्रदेश की निकाल लीजिए. अभी पहला क्वार्टर चल रहा है, हमने कोई लोन नहीं लिया है. लेकिन हमारे पड़ेसी राज्य एमपी ने दो तीन बार लोन ले लिया है, तो और किससे आंकेंगे आप वित्तीय व्यवस्था को आप. एफआरबीएम अधिनियम का हम पालन कर रहे हैं. जबकि भारत सरकार एफआरबीएम अधिनियम के हिसाब से दोगुना लोन ले चुकी है. एफआरबीएम अधिनियम 3 प्रतिशत होना चाहिए, जो भारत सरकार का 7 प्रतिशत है. उल्टे केंद्र सरकार हमारे हिस्से का पैसा नहीं दे रही है."
छत्तीसगढ़ में राजनीतिक खुमार अब चढ़ने लगा है. कोई भी राजनीतिक दल बयानबाजी से चूकना नहीं चाहता. लगातार भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर राजनीतिक हमले कर रहे हैं.