रायपुर: छत्तीसगढ़ राजभवन और भूपेश सरकार के बीच चल रहे टकराव के बीच भूपेश बघेल ने फिर से राजभवन को निशाने पर लिया. सीएम ने कहा कि पंजाब सरकार की अपील पर जिस तरह से वहां के राज्यपाल को सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की है वो केंद्र के लिए शर्मनाक है.
राज्यपाल के पास अटके 12 बिल: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी राज्यपाल के पास 12 बिल जो विकास से जुड़े हैं अटके पड़े हैं. राजभवन उन बिलों को पास नहीं कर रही है. केंद्र सरकार ये चाहती है कि वो राज्यपालों के जरिए राज्य सरकार को कंट्रोल करे. लोकतंत्र में फेडरल सिस्टम को इस तरह से रोकना बिल्कुल गलत है. मोदी सरकार लोकतंत्र पर प्रहार कर रही है.
राज्यपाल के बहाने भाजपा पर निशाना: राज्यपाल को निशाने पर लेने के बाद भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर सियासी तंज कसा. बघेल ने कहा कि जिस विष्णुदेव साय को ये लोग बड़ा बनाना चाहते हैं. उस विष्णुदेव साय को भाजपा ने विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था. सीएम ने राजनाथ सिंह के पाटन दौरे पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि पाटन की धरती पर उनका स्वागत है, इस धरती को नमन करना चाहिए.
राजभवन और सरकार का विवाद: राज्य सरकार और राज्यपाल के बीच लंबे वक्त से विवाद चल रहा है. आरक्षण को लेकर पहले ही कई मोर्चों पर बयानबाजी हो चुकी है. पंजाब सरकार की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरह से पंजाब सरकार के फैसले सही करार दिया और राज्यपाल को लेकर टिप्पणी की. एक बार फिर से राजभवन और सरकार के बीच टकराव बढ़ सकता है. क्योंकि पूर्व में आरक्षण बिल पर राज्यपाल ने दस्तखत नहीं किया था.
बृजमोहन से बड़ा गुंडा कौन? इससे पहले शुक्रवार को सीएम भूपेश बघेल ने बृजमोहन अग्रवाल के हत्या की कोशिश करवाने के आरोप पर भी तंज कसा. सीएम ने कहा कि बृजमोहन अग्रवाल पर कौन हमला करेगा. जो वीडियो दिख रहा है उसमें बृजमोहन अग्रवाल खुद ही धक्का मार रहे हैं. भूपेश बघेल ने कहा कि जिनसे डर कर नरेंद्र मोदी छिप सकते हैं, उन बृजमोहन अग्रवाल को कोई धक्का दे सकता है. मजाक कर रहे हैं. इसका मतलब है कि सेठ जी चुनाव में पिछड़ रहे हैं.
बृजमोहन सिंह के सामने किसी को गुंडा बोलना गुंडा शब्द का अपमान है.-भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
बता दें कि गुरुवार को रायपुर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर मेयर एजाज ढेबर और उनके भाई अनवर ढेबर पर बाहर से लोगों को लाकर उनकी हत्या करवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. बृजमोहन ने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली थाने में की और मामले में आरोपियों पर एफआईआर करने की मांग को लेकर कोतवाली के सामने धरने पर बैठ गए.