रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास को लेकर कहा कि वह पिछली बार भी आए थे लेकिन उन्होंने छत्तीसगढ़ को कुछ नहीं दिया. इसके अलावा उन्होंने चावल का केंद्रीय कोटा काम किए जाने, भाजपा की परिवर्तन यात्रा, मोहन भागवत के आरक्षण वाले बयान, G-24 आयोजन सहित भाजपा उम्मीदवारों की दूसरी सूची आने में हो रही देरी पर भी अपनी बात रखी. अमित शाह की सभा में भीड़ कम होने पर भी बघेल ने तंज कसा.
चावल का कोटा कम करने पर मोदी पर निशाना: चावल का कोटा कम किए जाने को लेकर लिखे गए पत्र पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "चुनाव होते हुए भी किसानों से छल कर रहे हैं. केन्द्र हमेशा छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव करती रही है. हमें परेशान करने की कोशिश करती है. किसान तो धान बेचेंगे ही और हम 20 क्विंटल खरीदेंगे ही. हमने घोषणा किया है 1 नवंबर से हमारी खरीदी शुरू हो जाएगी. उसके बाद केंद्र सरकार चावल ले या ना ले. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन हम किसानों का धान 20 क्विंटल प्रति एकड़ जरूर खरीदेंगे.
पीएम के दौरे पर बघेल का तंज: पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर भी भूपेश बघेल ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि पीएम ने छत्तीसगढ़ को कुछ नहीं दिया है. पिछली बार साइंस कॉलेज ग्राउंड में उम्मीद थी कि कुछ घोषणा करेंगे, लेकिन सिर्फ झूठ का पुलिंदा पकड़ाकर चले गए. अब 14 सितंबर को फिर रायगढ़ आ रहे हैं.
अमित शाह की सभा में कम भीड़ पर किया कटाक्ष: सीएम बघेल ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की छत्तीसगढ़ में हुई सभा में कम भीड़ पर भी कटाक्ष किया. भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ के लोग भारतीय जनता पार्टी को नापसंद करते हैं. क्योंकि 15 साल उन्होंने प्रदेश को ठगा है, लूटा है. लेकिन अब भाजपा की कलई खुल चुकी है. कांग्रेस की सरकार हमेशा गरीबों के लिए, किसानों के लिए, मजदूरों के लिए, महिलाओं और नौजवानों के लिए काम करती है. इसलिए यहां राहुल गांधी की सभा में 2 लाख नौजवानों की भीड़ थी. भाजपा 10000 की भीड़ भी इकट्ठा नहीं कर पाई.
आरक्षण के मुद्दे पर संघ प्रमुख को बघेल ने घेरा: आरएसएस चीफ मोहन भागवत के आरक्षण जारी रखने के बयान पर सीएम ने कहा कि जब बिहार का चुनाव हुआ था तो आरक्षण खत्म करने की बात कही थी. आज उनके सुर क्यों बदल गए हैं. यदि ऐसा है तो छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को बोले की 78% आरक्षण है. उसे लागू कर दें. आज भी वह राज भवन में पड़ा हुआ है.