रायपुरः अन्तर्राज्यीय बस टर्मिनल भाठागांव (Interstate Bus Terminal Bhathagaon) में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिम्मेदारों की उपेक्षा के बाद भाठागांव (Bhathagaon) के स्थानीय लोगों ने मशाल रैली (Mashal rally) निकाली. स्थानीय व्यवसायियों की मांग है कि उन्हें बस स्टैंड (bus stand) में व्यवसाय करने के लिए जगह उपलब्ध कराई जाए. स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले वे सड़क के किनारे अपना व्यवसाय किया करते थे, लेकिन अब अतिक्रमण के नाम पर पुलिस (Police) और नगर निगम (Municipal Corporation) द्वारा काम करने नही दिया जा रहा है. गुरुवार को भी स्थानीय व्यवसायियों द्वारा नगर निगम प्रशासन के खिलाफ (Against municipal administration) नाराजगी जताते हुए चक्का जाम (traffic jam) किया गया था. स्थानीय लोगों की मांग है कि उन्हें बस स्टैंड में व्यवसाय (Business) करने की जगह दी जाए, ताकि उनके परिवार का भरण-पोषण हो सके.
महापौर पर स्थानीय लोगों का आरोप
मशाल रैली के दौरान स्थानीय लोगों ने महापौर (Mayor) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही महापौर और नगर निगम प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि बस स्टैंड में बाहर के लोगों को व्यवसाय करने दिया जा रहा है. जबकि स्थानीय लोग लंबे समय से यहां अपनी आजीविका चलाते हैं. उस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा. बस स्टैंड पंडरी से शिफ्ट होकर भाठागांव में आया है. यहां के स्थानीय लोगों की उपेक्षा हो रही है.
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स्थानीय लोगों की उपेक्षा का आरोप
भाठागांव सुरक्षा समिति के संरक्षक प्रभात मिश्र (Patron of Bhathagaon Security Committee Prabhat Mishra) का कहना है कि गरीब व्यवसाय करने वाले स्थानीय लोग लंबे समय से व्यवसाय करते आ रहे हैं, लेकिन उन्हें व्यवसाय करने नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में उनके लिए अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाएगा. नगर निगम और महापौर द्वारा स्थानीय लोगों की उपेक्षा की जा रही है. अगर मांग पूरी नहीं होगी तो आने वाले दिनों में आंदोलन और उग्र होगा और यहां दौरान लगातार जारी रहेगा.
ये है मांगे...
- स्थानीय फुटकर व्यापारी ठेला, रेहड़ी, मछली,ढेस सब्जी व अन्य व्यवसायियों को प्राथमिकता के साथ बस टर्मिनल में व्यवसाय हेतु स्थान प्रदान किया जाए.
- शासन सुसंगत प्रणाली विकसित करे. जिसके अंतर्गत एसटी, एससी, ओबीसी, जनरल, विकलांग, महिला को कुल जगह में शासन की निर्धारित गाइडलाइन आरक्षण संबंधित लागू की जाए, ताकि स्थान आवंटन न्याय पूर्ण हो सके.
- टर्मिनल परिसर को किसी भी प्रकार के नशा से मुक्त रखा जाए और नशा निषेध क्षेत्र घोषित किया जाए.
- टर्मिनल परिसर में व्यवसायिक गतिविधियों में स्थानीय लोगों को अवसर मिले.
- बस टर्मिनल में आवंटित किसी भी प्रकार की गुमटी, ठेला, वेंडर का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य किया जाए.