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अग्निपथ योजना के विरोध में भारत बंद, अलर्ट पर छत्तीसगढ़ पुलिस

20 जून को अग्निपथ योजना के खिलाफ भारत बंद बुलाया गया (Bharat Bandh in protest against Agneepath scheme) है. छत्तीसगढ़ में भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है. छत्तीसगढ़ पुलिस पूरी तरह अलर्ट है. रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और सभी सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस जवानों की संख्या बढ़ा दी (Chhattisgarh Police on alert Bharat bandh) गई है. सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई (Bharat bandh against Agnipath scheme) है.

Bharat Bandh in protest against Agneepath scheme
अग्निपथ योजना के विरोध में भारत बंद
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Published : Jun 19, 2022, 11:27 PM IST

रायपुर: सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश में हो रहा प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा (Bharat Bandh in protest against Agneepath scheme) है. इसी बीच प्रदर्शनकारी युवाओं की ओर से 20 जून को भारत बंद का ऐलान किया गया है. सोशल मीडिया में भी यह पोस्ट वायरल हो रहा है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस अलर्ट मोड पर है. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर पुलिस बल तैनात रखने के निर्देश दिए गए (Chhattisgarh Police on alert Bharat bandh) हैं. ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो. इसे लेकर पुलिस की खुफिया विभाग ने सभी जिलों के एसपी और रेल पुलिस अधीक्षक को अलर्ट रहने को कहा है.


छत्तीसगढ़ के सभी रेलवे और बस स्टेशनों पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: पुलिस के खुफिया विभाग की माने तो 20 जून को अग्निपथ के विरोध में भारत बंद बुलाया गया है. खुफिया विंग को अंदेशा है कि रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर प्रदर्शनकारी विरोध करने पहुंच सकते हैं. इसी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ पुलिस को अलर्ट रहने कहा गया है. इधर खुफिया विभाग के निर्देश मिलने के बाद राजधानी रायपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. रेलवे स्टेशन में भी भारी संख्या में बल तैनात कर दिए गए. वहीं अतिरिक्त बल को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए (Bharat bandh against Agnipath scheme) हैं.

Bharat Bandh in protest against Agneepath scheme
अलर्ट पर छत्तीसगढ़ पुलिस
राजधानी में रायपुर पुलिस को किया गया अलर्ट:
छत्तीसगढ़ में अग्निपथ योजना को लेकर यदि कोई उपद्रव करने की कोशिश ( Bharat bandh against Agnipath scheme) करेगा तो उसके विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी. अफसरों को साफ हिदायत दी गई है कि किसी भी तरह की हिंसा या हुड़दंग करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि ऐसे करते हुए कोई पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. रायपुर पुलिस भी इस मामले को लेकर अलर्ट है. एक दिन पहले ही आरपीएफ और पुलिस अफसरों के बीच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक हुई थी. इसमें रेलवे स्टेशन के नजदीकी थानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए थे. इस पूरे मामले पर रक्षा मंत्रालय की भी नजर है. छत्तीसगढ़ के अधिकारियों से रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और केंद्र के आला अधिकारी संपर्क साधे हुए है.

ये भी पढ़ें: अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं केंद्र अग्निपथ योजना वापस ले- सीएम भूपेश बघेल

क्या है अग्निपथ योजना (what is agneepath scheme) : केंद्र की अग्निपथ योजना के तहत इस साल 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है. योजना के मुताबिक युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी और उन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा. अग्निवीरों की उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी और 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन (Agnipath army recruitment plan) मिलेगा. योजना के मुताबिक भर्ती हुए 25 फीसदी युवाओं को सेना में आगे मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी.

ये भी पढ़ें: Agnipath Scheme: वायुसेना ने अग्निपथ योजना की दी जानकारी, 1 करोड़ का बीमा, कैंटीन सुविधा, 30 दिन छुट्टी की मिलेंगी सुविधाएं

अग्निपथ योजना से क्यों नाराज हैं छात्र: कोरोना काल में सेना में जवानों की बहाली प्रभावित हुई (agneepath yojana protest) थी. बीते दो साल से सेना में भर्तियां नहीं हो पाई थी. कई परीक्षाओं के तो नतीजे लंबित थे. इस बीच सरकार ने अग्निपथ योजना को लॉन्च कर दिया और पुरानी भर्तियों को इस योजना के दायरे में लाने की बात कही गई. एक झटके में सभी कैंडिडेट की योग्यता रद्द हो गई. जो एग्जाम दे चुके थे. ऐसे छात्रों को सरकार के फैसले से गहरी निराशा (Agnipath scheme protest) हुई है. अधिकांश छात्र अब भी परिणाम का इंतजार कर रहे थे. दूसरी बात है कि पहले यह सभी नौकरियां स्थाई हुआ करती थी. लेकिन सरकार के इस फैसले से नौकरी की स्थाई प्रवृति लगभग खत्म होने के कगार पर है. नई स्कीम की तहत बताया गया कि अब चार साल की नौकरी (Agnipath scheme protest reason) होगी. इसमें सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा. 75 प्रतिशत चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे. सरकारी नौकरी का सपना टूटने की बात कह युवा सड़कों पर उतर आए हैं.

रायपुर: सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश में हो रहा प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा (Bharat Bandh in protest against Agneepath scheme) है. इसी बीच प्रदर्शनकारी युवाओं की ओर से 20 जून को भारत बंद का ऐलान किया गया है. सोशल मीडिया में भी यह पोस्ट वायरल हो रहा है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस अलर्ट मोड पर है. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर पुलिस बल तैनात रखने के निर्देश दिए गए (Chhattisgarh Police on alert Bharat bandh) हैं. ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो. इसे लेकर पुलिस की खुफिया विभाग ने सभी जिलों के एसपी और रेल पुलिस अधीक्षक को अलर्ट रहने को कहा है.


छत्तीसगढ़ के सभी रेलवे और बस स्टेशनों पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: पुलिस के खुफिया विभाग की माने तो 20 जून को अग्निपथ के विरोध में भारत बंद बुलाया गया है. खुफिया विंग को अंदेशा है कि रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर प्रदर्शनकारी विरोध करने पहुंच सकते हैं. इसी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ पुलिस को अलर्ट रहने कहा गया है. इधर खुफिया विभाग के निर्देश मिलने के बाद राजधानी रायपुर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. रेलवे स्टेशन में भी भारी संख्या में बल तैनात कर दिए गए. वहीं अतिरिक्त बल को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए (Bharat bandh against Agnipath scheme) हैं.

Bharat Bandh in protest against Agneepath scheme
अलर्ट पर छत्तीसगढ़ पुलिस
राजधानी में रायपुर पुलिस को किया गया अलर्ट: छत्तीसगढ़ में अग्निपथ योजना को लेकर यदि कोई उपद्रव करने की कोशिश ( Bharat bandh against Agnipath scheme) करेगा तो उसके विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी. अफसरों को साफ हिदायत दी गई है कि किसी भी तरह की हिंसा या हुड़दंग करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि ऐसे करते हुए कोई पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. रायपुर पुलिस भी इस मामले को लेकर अलर्ट है. एक दिन पहले ही आरपीएफ और पुलिस अफसरों के बीच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक हुई थी. इसमें रेलवे स्टेशन के नजदीकी थानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए थे. इस पूरे मामले पर रक्षा मंत्रालय की भी नजर है. छत्तीसगढ़ के अधिकारियों से रक्षा मंत्रालय के अधिकारी और केंद्र के आला अधिकारी संपर्क साधे हुए है.

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क्या है अग्निपथ योजना (what is agneepath scheme) : केंद्र की अग्निपथ योजना के तहत इस साल 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है. योजना के मुताबिक युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी और उन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा. अग्निवीरों की उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी और 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन (Agnipath army recruitment plan) मिलेगा. योजना के मुताबिक भर्ती हुए 25 फीसदी युवाओं को सेना में आगे मौका मिलेगा और बाकी 75 फीसदी को नौकरी छोड़नी पड़ेगी.

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अग्निपथ योजना से क्यों नाराज हैं छात्र: कोरोना काल में सेना में जवानों की बहाली प्रभावित हुई (agneepath yojana protest) थी. बीते दो साल से सेना में भर्तियां नहीं हो पाई थी. कई परीक्षाओं के तो नतीजे लंबित थे. इस बीच सरकार ने अग्निपथ योजना को लॉन्च कर दिया और पुरानी भर्तियों को इस योजना के दायरे में लाने की बात कही गई. एक झटके में सभी कैंडिडेट की योग्यता रद्द हो गई. जो एग्जाम दे चुके थे. ऐसे छात्रों को सरकार के फैसले से गहरी निराशा (Agnipath scheme protest) हुई है. अधिकांश छात्र अब भी परिणाम का इंतजार कर रहे थे. दूसरी बात है कि पहले यह सभी नौकरियां स्थाई हुआ करती थी. लेकिन सरकार के इस फैसले से नौकरी की स्थाई प्रवृति लगभग खत्म होने के कगार पर है. नई स्कीम की तहत बताया गया कि अब चार साल की नौकरी (Agnipath scheme protest reason) होगी. इसमें सिर्फ 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थाई किया जाएगा. 75 प्रतिशत चार साल बाद रिटायर हो जाएंगे. सरकारी नौकरी का सपना टूटने की बात कह युवा सड़कों पर उतर आए हैं.

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