कांकेर: भानुप्रतापपुर उपचुनाव के नामंकन (Nomination of Bhanupratappur by-election) का आज अन्तिम दिन है. जिसमें सभी दल आज पूरी ताकत के साथ नामंकन की प्रक्रिया पूर्ण करेंगे. जहां उपचुनाव में अब तक 56 नामंकन फार्म बिके है तो वही 3 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन फार्म जमा कर दिया है. आज बी फार्म के साथ कांग्रेस और भाजपा दोनों प्रत्याशी दलबल के साथ निर्वाचन कार्यालय पहुंचेंगे. कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्रीगण शामिल होंगे. वही बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और प्रदेश स्तरीय नेतागण भी मौजूद रहेंगे. जिसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. भारी संख्या में समर्थकों की भीड़ को देखते हुए परिसर के 100 मीटर के दायरे में बैरिकेट सहित पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. यहां आज सुबह से गहमागहमी का माहौल बना रहेगा.
कौन हैं सावित्री मंडावी: सावित्री मंडावी (Savitri Mandavi) भानुप्रतापपुर विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष रहे दिवांगत नेता मनोज मंडावी की पत्नी हैं. वह पेशे से एक शिक्षक के पद पर कालीबाड़ी रायपुर में पदस्थ थीं. मनोज मंडावी के निधन के बाद उन्होंने 3 नवम्बर को इस्तीफा दिया. इस्तीफा 5 नवम्बर को स्वीकार कर लिया गया. इसके बाद से उनके चुनाव मैदान में कूदने की अटकलें तेज हो गई थी. सावित्री मंडावी के पृष्ठ भूमि की अगर बात करें तो उनके ससुर हरिशंकर सिंह ठाकुर भी अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक रह चुके हैं. खुद मंनोज मंडावी तीन बार भानुप्रतापपुर के विधायक चुने गए हैं. राजनीतिक परिवार से आने के कारण उन्हें राजनीति की बहुत कुछ जानकारी भी है. सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने सहित सांस्कृतिक गतिविधियों में भी सावित्री मंडावी शामिल होते रहीं हैं. वर्तमान में छोटा बेटा अमन मंडावी कांकेर जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर आसीन है.
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ब्रम्हानंद नेताम के बारे में जानें: ब्रम्हानंद नेताम (bramhanand netam) भानुप्रतापपुर से साल 2008 में विधायक रह चुके हैं. मनोज मंडावी को एक बार हरा चुके हैं. इनका नाम भी इस इलाके से चर्चा में है. आदिवासी संगठनों में इनकी पैठ अच्छी मानी जाती है. इस बार भाजपा आदिवासी आरक्षण के मुद्दे के साथ चुनाव में है. नेताम की समाज में पैठ का फायदा भाजपा को मिल सकता है. नेताम समेत चार नामों का पैनल हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय समिति को भेजा था. पार्टी के अध्यक्ष अरुण साव ने कहा था कि इस चुनाव में बतौर प्रत्याशी शामिल होने 17 नाम के प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से शॉर्टलिस्टिंग के बाद 5 नामों को दिल्ली भेजा गया था.
ऐसा रहेगा चुनाव का पूरा शेड्यूल
- नामांकन-10 नवम्बर से 17 नवम्बर
- नामांकन की जांच -18 नवम्बर
- नाम वापसी का मौका -21 नवम्बर तक
- मतदान-5 दिसम्बर
- मतगणना-8 दिसम्बर
- चुनाव खत्म-10 दिसम्बर