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SPECIAL : कैंची चलाने की परमिशन, हजामत बनाने की इजाजत, फिर भी निराश हैं सैलून संचालक

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Published : Jun 16, 2020, 10:55 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 5:34 PM IST

राजधानी रायपुर में सैलून और ब्यूटी पार्लर को खुले एक महीने हो गए. यहां आने वाले कस्टमर्स की बात करें तो सामान्य दिनों की तुलना में इनकी संख्या बहुत कम है. पार्लर और सैलून के संचालकों ने ETV भारत को अपनी परेशानियां बताई.

saloon condition during corona pandemic
मंदा चल रहा पार्लर और सैलून का काम

रायपुर: प्रदेश में लॉकडाउन के बीच 15 मई से ब्यूटी पार्लर और सैलून खुल गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ज्यादातर सैलून में आधे स्टाफ को ही ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है. वायरस के संक्रमण से बचने के लिए डिस्पोजेबल टावेल और गाउन यूज का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं ब्यूटी पार्लर और सेलून एक्सपर्ट भी हैंड ग्लव्स और मास्क जैसे सुरक्षा उपायों के साथ ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्हीं शर्तो के मुताबिक ब्यूटी पार्लर और सैलून खोलने की अनुमति दी गई है. लेकिन कोरोना का खौफ साफ नजर आ रहा है.

क्यों निराश हैं 'बिल्लू BARBER' ?

राजधानी रायपुर में भले ही 15 मई से सैलून और ब्यूटी पार्लर खुल चुके हैं, लेकिन सामान्य दिनों की तुलना में यहां कस्टमर कम आ रहे हैं. सैलून संचालक भी मानते हैं कि कोरोना के डर से ग्राहक सैलून और पार्लर नहीं आ रहे हैं. जिसके कारण संचालकों के चेहरे पर मायूसी साफ देखी जा सकती है. सैलून और ब्यूटी पार्लर में ग्राहक आए या ना आएं, लेकिन सैलून और ब्यूटी पार्लर चलाने वालों को अपनी दुकान का किराया और यहां काम करने वाले स्टाफ को वेतन जरूर देना पड़ रहा है. ऐसे में इनकम और सेविंग दोनों की परेशान खड़ी हो गई है.

chhattisgarh beauty parlours in lockdown
बरती जा रही है सावधानियां

करोड़ों का है मार्केट

रायपुर में छोटे-बड़े मिलाकर लगभग 1100 सैलून हैं. लगभग 100 करोड़ रुपए का सैलून मार्केट है.

  • वुमंस ग्रूमिंग का मार्केट लगभग 60 करोड़ रुपये का है.
  • मेंस ग्रूमिंग का मार्केट लगभग 40 करोड़ रुपये का है.
    chhattisgarh beauty parlours in lockdown
    मंदा चल रहा पार्लर और सैलून का काम

बरती जा रही है सावधानी

एक सैलून संचालक ने बताया कि उनका सैलून कंटेंनमेंट जोन में है, जिसके कारण 14 दिनों से दुकान बंद थी और आवक भी नहीं के बराबर है. उन्होंने बताया कि ब्यूटी पार्लर और सैलून में हर सर्विस के बाद हैंड ग्लव्स चेंज करना जरूरी है. कस्टमर के जाने के बाद उनकी चेयर से लेकर हर वह सामान जो उस दौरान उपयोग किया गया है, उसे सैनिटाइज भी किया जा रहा है. सर्विस के दौरान उपयोग किए जाने वाले हर तरह के टूल्स को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.

लोग नहीं पहुंच रहे पार्लर

संचालक ने बताया कि लॉकडाउन के बीच सैलून और ब्यूटी पार्लर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं हो पाएगी, इस डर से कम लोग कम पहुंच रहे हैं. इसके अलावा सैलून और ब्यूटी पार्लर जाने वाले कस्टमर को अपने साथ मास्क, पानी का बॉटल, हैंड ग्लव्स और टावेल घर से लेकर जाने के निर्देश भी हैं.

पढ़ें- लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राजधानी में खुले सैलून और ब्यूटी पार्लर

राज्य सरकार ने करीब ढाई महीने के लॉकडाउन के बाद 15 मई से सैलून और ब्यूटी पार्लर खोलने की अनुमति दी. ब्यूटी पार्लर और सैलून को पूरे हफ्ते खोलने की इजाजत है. सुबह 9 बजे से 7 बजे तक का समय दिया गया है. सैलून और ब्यूटी पार्लर में अगर 6 कस्टमर्स का सीटिंग अरेंजमेंट है, वहां पर 3 कस्टमर्स को ही सर्विस दी जा रही है. इसके साथ ही आने वाले कस्टमर्स का फोन नंबर और पूरा पता भी नोट किया जा रहा है.

रायपुर: प्रदेश में लॉकडाउन के बीच 15 मई से ब्यूटी पार्लर और सैलून खुल गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए ज्यादातर सैलून में आधे स्टाफ को ही ड्यूटी पर बुलाया जा रहा है. वायरस के संक्रमण से बचने के लिए डिस्पोजेबल टावेल और गाउन यूज का इस्तेमाल किया जा रहा है. वहीं ब्यूटी पार्लर और सेलून एक्सपर्ट भी हैंड ग्लव्स और मास्क जैसे सुरक्षा उपायों के साथ ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्हीं शर्तो के मुताबिक ब्यूटी पार्लर और सैलून खोलने की अनुमति दी गई है. लेकिन कोरोना का खौफ साफ नजर आ रहा है.

क्यों निराश हैं 'बिल्लू BARBER' ?

राजधानी रायपुर में भले ही 15 मई से सैलून और ब्यूटी पार्लर खुल चुके हैं, लेकिन सामान्य दिनों की तुलना में यहां कस्टमर कम आ रहे हैं. सैलून संचालक भी मानते हैं कि कोरोना के डर से ग्राहक सैलून और पार्लर नहीं आ रहे हैं. जिसके कारण संचालकों के चेहरे पर मायूसी साफ देखी जा सकती है. सैलून और ब्यूटी पार्लर में ग्राहक आए या ना आएं, लेकिन सैलून और ब्यूटी पार्लर चलाने वालों को अपनी दुकान का किराया और यहां काम करने वाले स्टाफ को वेतन जरूर देना पड़ रहा है. ऐसे में इनकम और सेविंग दोनों की परेशान खड़ी हो गई है.

chhattisgarh beauty parlours in lockdown
बरती जा रही है सावधानियां

करोड़ों का है मार्केट

रायपुर में छोटे-बड़े मिलाकर लगभग 1100 सैलून हैं. लगभग 100 करोड़ रुपए का सैलून मार्केट है.

  • वुमंस ग्रूमिंग का मार्केट लगभग 60 करोड़ रुपये का है.
  • मेंस ग्रूमिंग का मार्केट लगभग 40 करोड़ रुपये का है.
    chhattisgarh beauty parlours in lockdown
    मंदा चल रहा पार्लर और सैलून का काम

बरती जा रही है सावधानी

एक सैलून संचालक ने बताया कि उनका सैलून कंटेंनमेंट जोन में है, जिसके कारण 14 दिनों से दुकान बंद थी और आवक भी नहीं के बराबर है. उन्होंने बताया कि ब्यूटी पार्लर और सैलून में हर सर्विस के बाद हैंड ग्लव्स चेंज करना जरूरी है. कस्टमर के जाने के बाद उनकी चेयर से लेकर हर वह सामान जो उस दौरान उपयोग किया गया है, उसे सैनिटाइज भी किया जा रहा है. सर्विस के दौरान उपयोग किए जाने वाले हर तरह के टूल्स को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.

लोग नहीं पहुंच रहे पार्लर

संचालक ने बताया कि लॉकडाउन के बीच सैलून और ब्यूटी पार्लर में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं हो पाएगी, इस डर से कम लोग कम पहुंच रहे हैं. इसके अलावा सैलून और ब्यूटी पार्लर जाने वाले कस्टमर को अपने साथ मास्क, पानी का बॉटल, हैंड ग्लव्स और टावेल घर से लेकर जाने के निर्देश भी हैं.

पढ़ें- लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राजधानी में खुले सैलून और ब्यूटी पार्लर

राज्य सरकार ने करीब ढाई महीने के लॉकडाउन के बाद 15 मई से सैलून और ब्यूटी पार्लर खोलने की अनुमति दी. ब्यूटी पार्लर और सैलून को पूरे हफ्ते खोलने की इजाजत है. सुबह 9 बजे से 7 बजे तक का समय दिया गया है. सैलून और ब्यूटी पार्लर में अगर 6 कस्टमर्स का सीटिंग अरेंजमेंट है, वहां पर 3 कस्टमर्स को ही सर्विस दी जा रही है. इसके साथ ही आने वाले कस्टमर्स का फोन नंबर और पूरा पता भी नोट किया जा रहा है.

Last Updated : Jun 18, 2020, 5:34 PM IST
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