रायपुर: अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे बांग्लादेश के यूनाइटेड एयरवेज के विमान (एमडी-83) की रायपुर एयरपोर्ट में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. तब से ही यह विमान रायपुर एयरपोर्ट पर ही खड़ा हुआ है. अबतक बांग्लादेशी एविएशन कंपनी ने विमान ले जाने में रुचि नहीं दिखाई. विमानन कंपनी की ओर से न तो इसका किराया दिया जा रहा और न ही विमान ले जाने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है. पहले एयरपोर्ट प्रबंधन ने विमानन कंपनी को कई बार ई-मेल और चिठ्ठी लिखकर विमान ले जाने का आग्रह किया, लेकिन कंपनी की ओर से कोई माकूल जवाब नहीं आया.
प्लेन बेचकर किराया भुगतान करेगी विमानन कंपनी
अब इस मामले में नई जानकारी आ रही है. अब विमानन कंपनी ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को सूचित किया है कि वह जल्द इस विमान को बेचकर एयरपोर्ट का किराया भुगतान करेगी. इस जानकारी के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी लीगल एडवाइज ले रही है उसके बाद आगे की कार्रवाई करेगी.
विमानन कंपनी ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को भेजा पत्र
रायपुर एयरपोर्ट डायरेक्टर राकेश सहाय ने बताया कि बांग्लादेश का विमान साल 2015 में लैंड किया था. उसके बाद से हम लोग लगातार कंपनी से संपर्क बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी ओर से अभी जो लिखा गया है कि वह विमान को बेचकर हमारा जो बकाया राशि है, उसका भुगतान करना चाहते हैं. यह प्रक्रिया जारी है. इसके लिए लीगल लोगों से चर्चा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जल्दी हम इस पर विचार कर विमानन कंपनी को जवाब भेजेंगे.
रायपुर एयरपोर्ट प्रबंधन ने ली राहत की सांस
विमानन कंपनी की ओर से मिले इस पत्र से रायपुर एयरपोर्ट प्रबंधन ने राहत की सांस ली है. उन्हें उम्मीद है कि जल्दी उनका बकाया लगभग डेढ़ करोड की राशि का भुगतान हो जाएगा. साथ ही एप्रेन एरिया में मौजूद बांग्लादेश के विमान के हटने से उस जगह का इस्तेमाल अन्य विमानों को खड़ा करने के लिए किया जा सकेगा. अब देखने वाली बात है कि इस प्रक्रिया में कितना समय लगेगा. क्योंकि साढ़े 5 साल बाद विमानन कंपनी ने विमान को लेकर कोई सकारात्मक जवाब दिया है. इसके पहले तो इस विमान की सुध लेना तक विमानन कंपनी ने उचित नहीं समझा था.
साल 2015 में हुई थी इमरजेंसी लैंडिंग
रायपुर के माना स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के एप्रेन एरिया में मौजूद बांग्लादेश की यूनाइटेड एयरवेज का विमान (एमडी-83) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे इस विमान का एक इंजन फेल हो गया था. इसके बाद इसकी इमरजेंसी लैंडिंग रायपुर एयरपोर्ट पर कराई गई थी. इस विमान में मौजूद 176 यात्रियों को दूसरे प्लेन से गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया था. तब से यह विमान रायपुर एयरपोर्ट पर ही खड़ा है.
क्यों करानी पड़ी थी विमान की इमरजेंसी लैंडिंग ?
7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे इस विमान का एक इंजन फेल हो गया था. इसका एक हिस्सा विमान से टूट कर राजधानी रायपुर से करीब 90 किलोमीटर दूर बेमेतरा जिले के खेत में गिरा था. एक इंजन फेल होने के बाद विमान के पायलट ने नागपुर और रायपुर एटीसी से संपर्क किया. रायपुर एटीसी से अनुमति मिलने के बाद इसे सुरक्षित रायपुर विमानतल पर लैंड करा लिया गया था. इस घटना में जान और माल की किसी तरह की हानि नहीं हुई थी, जिससे सभी ने राहत की सांस ली थी. लेकिन तकनीकी खराबी आने के बाद इस विमान को अब तक वापस ऑपरेशन में नहीं लाया जा सकता है. जानकारों के मुताबिक तकनीकी खराबी के अलावा सुरक्षा के नजरिए से कई तरह की अनुमति मिलना कठिन हो रहा है. इसलिए भी यह विमान पिछले साढे 5 साल से रायपुर एयरपोर्ट पर ही अपनी अगली उड़ान का इंतजार कर रहा है.