रायपुर: कोरोनावायरस ने देशभर के तमाम सेक्टर को प्रभावित किया. जिससे लाखों लोगों के सामने रोजगार का संकट आ गया. देश की अर्थव्यवस्था में काफी अहम योगदान देने वाले एक सेक्टर में ऑटोमोबाइल सेक्टर भी शामिल है, जो लॉकडाउन के कारण काफी प्रभावित हुआ, यहां तक कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के साथ सड़क तक प्रभावित हुई. लेकिन अब अनलॉक के बाद छत्तीसगढ़ में ऑटोमोबाइल सेक्टर को लेकर अच्छी बात सामने आने लगी है. अनलॉक होने के बाद धीरे-धीरे यह सेक्टर पटरी पर लौटने लगा है.
लॉकडाउन के बावजूद सेल बढ़ी
आंकड़ों के मुताबिक सितंबर माह में छत्तीसगढ़ में 27 हजार 9 सौ 84 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ और अब सेलिंग की रफ्तार भी बढ़ने लगी है. रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष सिंघानिया ने बताया कि सितंबर माह में छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों में 8 से 9 दिनों का लॉकडाउन था, उसके बावजूद भी ऑटोमोबाइल सेक्टर का परफॉर्मेंस बहुत अच्छा रहा, सेल की रिकवरी पहले जहां 65 परसेंट में थी अब वह 75 परसेंट में आ गई है.
2019 सितंबर माह में 37 हजार 481 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. इस साल 27 हजार 984 गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, आने वाले दिनों में नवरात्र, दशहरा, दीपावली का पर्व भी है, ऐसे में अच्छी सेल्स होने के आसार हैं. छत्तीसगढ़ में हर माह 55 हजार गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुआ करते थे, मनीष सिंघानिया ने बताया कि आने वाले दिनों में सेल का प्रतिशत और बढ़ेगा.
सितंबर माह में सबसे ज्यादा रिकवरी ट्रैक्टर में
राडा के प्रेसिडेंट ने बताया कि सितंबर माह में ट्रैक्टर की अच्छी रिकवरी हुई है, लगातार प्रदेश में रूलर इकोनामी बढ़ रही है. जिसके कारण किसान ट्रैक्टर खरीद रहे हैं, शहरी आरटीओ की अपेक्षा रूलर आरटीओ का पिछले माह 6% शेयर बढ़ गया है. कोरोना के चलते ग्रामीण अर्थव्यवस्था ज्यादा प्रभावित नहीं हुई है. किसानों को उनकी फसल का अच्छा दाम मिलने वाला है, और सितंबर माह में ट्रैक्टर की बिक्री पर 28% की ग्रोथ रही.
अन्य वाहनों में दिखी गिरावट
2019 सितंबर माह से अगर सितंबर 2020 के आंकड़ों की तुलना की जाए तो ट्रैक्टर को छोड़कर सभी वाहनों में गिरावट देखने को मिली है, और 25% की गिरावट प्रदेश के आरटीओ रजिस्ट्रेशन में देखने को मिला है. हालांकि लगातार गिरावट का आंकड़ा कम होता जा रहा है जो ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए अच्छे संकेत हैं.