रायपुर: राजधानी में सहायक शिक्षक फेडरेशन वेतन विसंगति को लेकर प्रदर्शन कर रहा (assistant teacher protest in chhattisgarh ) है. महासमुंद के छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ की जिला अध्यक्ष वनमती भोई ने बताया कि " सहायक शिक्षक वर्ग 3 ने वेतन विसंगति को लेकर पिछले साल दिसंबर महीने में अनिश्चितकालीन हड़ताल किया था. उस समय भी सरकार ने वेतन विसंगति को दूर करने का आश्वासन दिया था. इतने महीने बीत जाने के बाद भी सरकार ने मांगों पर अमल नहीं किया. जिसके बाद आज फिर से सहायक शिक्षक प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन करने को मजबूर हुए हैं.'' उन्होंने बताया कि सहायक शिक्षक वर्ग 1 और सहायक शिक्षक वर्ग 2 के वेतन में लगभग 10 से 12 हजार रुपये का अंतर है. इसी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के सहायक शिक्षकों में नाराजगी: सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा का कहना है कि "कांग्रेस ने सरकार बनने के पहले वेतन विसंगति दूर करने का आश्वासन दिया था. सरकार बने 3 साल हो गए. बावजूद इसके सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति अब तक दूर नहीं हो पाई है. जिसके कारण सहायक शिक्षकों में नाराजगी और आक्रोश भी देखने को मिला.''
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उग्र आंदोलन की चेतावनी: छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारी ने बताया कि "आज के बाद भी अगर मांग पूरी नहीं होती है आने वाले समय में सहायक शिक्षक वर्ग 3 उग्र आंदोलन करेगा. पूरे प्रदेश में वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों की संख्या लगभग 1 लाख से अधिक है. वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों का कहना है कि सहायक शिक्षक वर्ग 1 और वर्ग 2 के वेतन की राशि में अंतर कम है लेकिन सहायक शिक्षक वर्ग 3 में वेतन की राशि में काफी अंतर है. जिसके कारण वर्ग 3 के सहायक शिक्षकों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.''
शीतकालीन सत्र के दौरान भी किया था प्रदर्शन: सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ ने अपनी 1 सूत्रीय मांग वेतन विसंगति को लेकर दिसंबर 2021 में अनिश्चितकालीन हड़ताल किया था. 13 दिसंबर 2021 को सहायक शिक्षक फेडरेशन संघ विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे. पुलिस ने राजधानी के सप्रे शाला के पास पुलिस बल और बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया था. पुलिस बल और प्रदर्शनकारियों के बीच झूमाझटकी भी हुई थी.