रायपुर: गुजरात हाईकोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी के समर्थन में बुधवार को प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता मौन प्रदर्शन कर रहे हैं. कांग्रेस के इस मौन प्रदर्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साहू ने जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस नेताओं पर एक परिवार की चाटुकारिता करने और न्यायपालिका का अपमान करने का आरोप लगाया.
न्यायालय में दोषी ठहराया और सजा भी दी: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है. अरुण साव ने राहुल गांधी पर पिछड़ा वर्ग के अपमान करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट से उन्हें दोषी ठहराए जाने का भी जिक्र किया. ऐसे में कांग्रेस के सत्याग्रह पर सवाल उठाते हुए अरुण साव ने उसे पिछड़ा वर्ग को गाली देने वालों के साथ खड़े होने का इल्जाम लगाया.
जिस व्यक्ति ने पिछड़े वर्ग को गाली दी, उसका उपहास उड़ाया, अपमान किया, न्यायालय ने जिसे न सिर्फ दोषी ठहराया बल्कि सजा भी दी, दोबारा याचिका लगाने पर उसे रद्द किया ऐसे व्यक्ति के लिए मौन धारण कर प्रदर्शन करना और उसे सत्याग्रह का नाम देना पिछड़े वर्ग के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा कृत्य है. कांग्रेस को पिछड़ा वर्ग इसके लिए कभी माफ नहीं करेगा. कांग्रेस पिछड़े वर्ग के साथ नहीं, पिछड़े वर्ग को गाली देने वाले व्यक्ति के साथ खड़ी है. -अरुण साव, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
आपातकाल लगाने से भी नहीं चूकती कांग्रेस: अरुण साव के मुताबिक कांग्रेस का जो रवैया है, उससे यह स्पष्ट है कि आज अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार रहती तो वह राहुल गांधी की चाटुकारिता के लिए आपातकाल लगाने से भी नहीं चूकती. कांग्रेस देश के संविधान और न्यायपालिका में विश्वास नहीं रखती. वह केवल एक परिवार को ही सब कुछ मानती है. देश की जनता भी इनकी प्राथमिकता में नहीं है.
न्यायपालिका के खिलाफ है कांग्रेस का प्रदर्शन: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कांग्रेस के प्रदर्शन को न्यायपालिका के खिलाफ बताते हुए इसे संविधान का मजाक उड़ाने वाला बताया. साथ ही कांग्रेस पर गांधी परिवार के आगे देश के संविधान को भी नहीं मानने और न्यायपालिका की विश्वसनीयता को खंडित करने वाला बताया.
राहुल गांधी की संसद सदस्यता के मामले को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है तो वहीं अरुण साव ने पलटवार कर कांग्रेस की मंशा पर ही सवाल उठाए हैं. विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए वार पलटवार को सिलसिला छत्तीसगढ़ में लगातार देखने को मिल रहा हैं. दोनों ही पार्टिंयां हर मुद्दे को लपकने की कोशिश में है. अब देखने वाली बात होगी कि इसमें कामयाबी किसके हिस्से आती है.