रायपुर : राजधानी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ अपनी 9 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. संघ का कहना है कि कांग्रेस ने सरकार बनते ही 2 महीने में हमारी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया. संघ ने राज्य सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे 5 मार्च को प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन करेंगे.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने की शासकीय कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग
प्रमुख मांगें
- प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए.
- मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी कम से कम 11 हजार रुपए मानदेय स्वीकृत किया जाए.
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नर्सरी शिक्षक के रूप में उन्नयन किया जाए.
- समूह बीमा मासिक पेंशन के लिए नीति निर्धारण कर इसका लाभ दिया जाए.
- कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर सहायिकाओं को निशर्त लिया जाए.
- कार्यकर्ता और सहायिकाओ को 500 रुपए प्रति महीने धुलाई भत्ता दिया जाए.
- सभी मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी में परिवर्तित किया जाए.
- सुपरवाइजर भर्ती में कार्यकर्ता को शत-प्रतिशत लिया जाए.