रायपुर: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में रायपुर में रैली निकाली गई. तेलीबांधा से शुरू हुई रैली पंचशील नगर में स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय के सामने जाकर खत्म हुई. रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने अमृतपाल के समर्थन में नारे लगाए और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला भी फूंका.
आयोजकों को रायपुर पुलिस का नोटिस: रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बताया- " रायपुर में अमृतपाल समर्थकों ने पैदलमार्च निकाला. पुलिस को रैली की बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी. बिना अनुमति के रैली निकालने पर आयोजकों को नोटिस जारी किया गया है. "
अमृतपाल निर्दोष है, फंसाने की हो रही कोशिश: रैली निकालने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने अमृतपाल सिंह जिंदाबाद के नारे भी लगाए. आप पार्टी और भगवंत मान के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. बाबा बूढ़ा साहेब कमेटी मेंबर दिलेर सिंह ने बताया " अमृतपाल निर्दोष है. अमृतपाल का कोई कसूर नहीं है. अमृतपाल सिक्खों को जोड़ने का काम कर रहे हैं. युवाओं को नशे से दूर रखने लड़ाई लड़ रहे हैं. इसी वजह से सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अमृतपाल सिंह के खिलाफ हो गई है." आगे की रणनीति बताते हुए दिलेर सिंह ने कहा जब तक सिक्खों को इंसाफ नहीं मिलता तब तक टाटीबंध गुरुद्वारे में अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.
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पंजाब सरकार पर भूपेश बघेल का आरोप: रायपुर में अमृतपाल सिंह के समर्थन में रैली निकालने पर भूपेश बघेल ने कहा स्थानीय प्रशासन इस पर नजर बनाए हुए है. बघेल ने कहा "पंजाब सालों तक शांत रहा लेकिन जब से नई सरकार बनी है तब से हालत लगातार बिगड़ते जा रहे है. जिस तरह से घटनाएं हुई हैं वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है और इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. "
सत्र के दौरान अमृतपाल के समर्थन में रैली दुर्भाग्य: छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर में अमृतपाल के समर्थन में रैली निकालने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि रैली ऐसे समय में निकाली गई जब राजधानी में विधानसभा का सत्र चल रहा है.