रायपुर: छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री के फॉर्मूले को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ जहां स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान के बाद सीएम भूपेश बघेल ने बड़ी बात कही है. सीएम ने कहा है कि यदि आलाकमान उन्हें निर्देश देता है तो वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इधर मंत्री सिंहदेव भी दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं. सीएम के बयान को लेकर अमित जोगी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
सीएम को फॉर्मूला सार्वजनिक करना चाहिए
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सीएम भूपेश के बयान को गुलामी मानसिकता वाला बताया है. उन्होंने कहा है कि ऐसी क्या स्थिति पड़ गई कि सीएम को ऐसा बयान देना पड़ा. जोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शेयरिंग फॉर्मूला स्वीकार कर लिया है. अगर कोई ऐसा फार्मूला है तो उसे सार्वजनिक करना चाहिए.
कांग्रेस में फैसले दिल्ली से होते हैं
अमित जोगी ने कहा कि यह मामला कांग्रेस पार्टी का आंतरिक मामला है. जनता ने जनादेश कांग्रेस पार्टी को दिया है. कांग्रेस में परंपरा है कि फैसले दिल्ली से होते हैं. कौन चपरासी बनेगा, कौन चीफ सेक्रेटरी बनेगा. यही नहीं निगम-मंडल में नियुक्तियों के नाम भी दिल्ली से तय होते हैं. उन्होंने कहा कि AICC में छत्तीसगढ़ वालों की कोई पूछ परख नहीं है.
कांग्रेस ने वर्किंग कमेटी में नहीं दी छत्तीसगढ़ के नेताओं को जगह
जोगी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आज तक सबसे बड़ी वर्किंग कमेटी बनाई गई, लेकिन उसमें एक भी छत्तीसगढ़ नेताओं को जगह नहीं दी गईं, मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया है वह गुलामी की मानसिकता का परिचायक है.