रायपुर: रविवार को छत्तीसगढ़ सरकार में कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने प्रेस कांफ्रेंस कर अपने 4 साल के कार्यकाल का लेखाजोखा मीडिया के सामने रखा. अपनी उपलब्धियों के दौरान उन्होंने इस चार साल में फिल्म सिटी निर्माण पूरा ना होने की बात कबूली. उन्होंने बताया कि फिल्म सिटी निर्माण के लिए सही जमीन नहीं मिल पा रही है. भगत ने भाजपा पर भी जमकर हमला बोला.
भाजपा में यूज एंड थ्रो होते हैं नेता: सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाने पर भाजपा के पलटवार पर भगत ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि पहली बार छत्तीसगढ़ में देखा कि बीच में नेता प्रतिपक्ष ओर प्रदेश अध्यक्ष बदले गए. लेकिन कांग्रेस पार्टी में ऐसा नहीं है कि किसी को हटाया गया हो. सबको सम्मान और स्थान दिया गया है. भगत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में होता है कि काम निकलने के बाद नेताओं को किनारे कर देते हैं. वहां यूज एंड थ्रो होता है. अटल, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी हो, उनकी पार्टी में ऐसा होता है. हमारे यहां ऐसा नहीं होता.
फिल्म सिटी बनाने के लिए जमीन की तलाश जारी: भगत ने बताया कि फिल्म सिटी निर्माण के लिए जितनी जमीन की जरूरत है, उतनी जमीन अभी सरकार को नहीं मिल पाई है. नया रायपुर में जगह देखी गई है, लेकिन वह काफी नहीं है. महासमुंद में भी जगह की तलाश की जा रही है, लेकिन फिल्म सिटी निर्माण के लिए पहली प्राथमिकता सरकार की नया रायपुर ही है. अमरजीत ने कहा कि एनआरडीए (नया रायपुर विकास प्राधिकरण) यदि सरकार को जमीन उपलब्ध करा देता है, तो इस काम को लेकर आगे बढ़ाया जा सकता है.
"मंत्री बनने के बाद जो काम लेकर में आगे बढ़ा था, उसमें सिर्फ फिल्म सिटी निर्माण का काम ही अधूरा है. बाकी सभी काम पूरे हो गए हैं." - अमरजीत भगत, संस्कृति मंत्री, छत्तीसगढ़
लोक कला को प्रोत्साहित कर रही सरकार: संस्कृति विभाग से जुड़े सवालों के जवाब में मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि "हमारी सरकार ने गांव-गांव में रामायण कराने की परंपरा शुरु की. पहली बार सांस्कृतिक परिषद का गठन किया गया. जिसके अंतर्गत 7 अकादमी संचालित हैं. लोक कला और लोक कलाकारों को प्रोत्साहन देने चिन्हारी पोर्टल चलाया गया है. इसमें 8 हजार 500 कलाकार पंजीकृत हैं. कलाकारों के भुगतान को लेकर नये नियम बनाए गए हैं. लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना लागू की गई है.
छत्तीसगढ़ी संस्कृति को दुनिया तक पहुंचाने की कोशिश : छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग द्वारा भारत भवन, मानव संग्रहालय एवं विवेकानंद स्मृति संस्थान का निर्माण किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के कलाकार विदेशों में जाकर अपनी कला का प्रदर्शन कर सकें, इसके लिए भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद नई दिल्ली, आईसीसीआर और राज्य शासन के बीच एमओयू हुआ है.