रायपुर: बलौदा बाजार में वेतन के लिए शिक्षिका से बकरा भात मांगे जाने के बाद, अब रायपुर में शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला क्लर्क और बाबू का वेतन रोके जाने का मामला सामने आया है. सहायक ग्रेड 3 में काम कर रही रक्षा घोष ने महिला प्राचार्य पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. इसके अलावा ओम प्रकाश साहू सहायक ग्रेड 2 ने भी प्राचार्य पर बिना जानकारी वेतन रोकने और प्रताड़ना का आरोप लगाया है. प्रताड़ना के खिलाफ में गुरूवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय संघ ने रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी के दफ्तर जाकर प्राचार्य के खिलाफ लिखित शिकायत साथ ही जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है.
ट्रांसफर करने की धमकी देती है प्राचार्य
रायपुर के भनपुरी शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल में पदस्थ रक्षा घोष ने बताया कि स्कूल की प्राचार्य ममता सिंह विगत 10 माह से उन्हें प्रताड़ित कर रही है. किसी भी बात को लेकर वह अपमानित करती रहती है और कहती है कि वे विकास खंड शिक्षा अधिकारी रह चुकी हूं. तुम्हारे जैसे बाबू मेरे नीचे रहकर काम करते हैं. रक्षा घोष ने बताया कि वही प्राचार्य द्वारा बिना जून माह का वेतन रोक दिया गया है और मुझे ट्रांसफर करवाने की भी धमकी और वेतन रोकने की धमकी दी जाती है.
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इधर सहायक ग्रेड 2 के पद पर कार्यरत ओम प्रकाश साहू ने बताया कि वह तहसील कार्यालय में संलग्न है और वहां पर कार्य कर रहे हैं और उनके द्वारा उनकी उपस्थिति भी प्राचार्य को भेजी जाती है लेकिन प्राचार्य द्वारा उनका भी वेतन रोका गया है.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
शिकायत करने पहुंचे संघ के लोगों ने संबंधित प्राचार्य पर कार्रवाई ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. संघ के संभाग अध्यक्ष दीपक मिश्रा ने कहा कि हमारे लिपिक साथियों को प्रताड़ित किया जा रहा है. एक प्राचर्य द्वारा सहायक ग्रेड 3 से कार्यालय की चाबी छीनना अनैतिक है और प्राचर्य की तानाशाही है. एक लिपिक दिन-रात कार्य करता, उसके बाद ऐसी मानसिक प्रताड़ना नियम के खिलाफ है. संभाग अध्यक्ष ने कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ज्ञापन दिया गया है, हमारे दोनों साथियों के साथ जो हुआ है, वह अनैतिक है जिसका लिपिक संगठन विरोध करता है.