रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर में अखिल भारतीय महापौर परिषद की 51 वीं बैठक (All India Mayor Council meeting in Chhattisgarh) शनिवार से शुरू होने जा रही है. 27-28 अगस्त को यह बैठक होनी है. इस बैठक में देश के अलग-अलग राज्यों से महापौर शामिल हो रहे हैं. महापौर के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. रायपुर के एक निजी होटल में सभी को ठहराया गया है. होटल में ही महापौर परिषद की बैठक होगी. इस आयोजन को लेकर ईटीवी भारत ने रायपुर नगर निगम महापौर एजाज ढेबर से खास बातचीत की...
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सवाल: किस तरह का यह आयोजन है. 3 दिवसीय बैठक में किन विषयों पर चर्चा होगी?
जवाब: महापौर परिषद की बैठक हर 3 महीने में आयोजित की जाती है. इस बार 51 वीं परिषद की बैठक रायपुर में आयोजित की गई है. देश के अलग-अलग राज्यों से महापौर शामिल होंगे और इस बैठक में हमें बहुत कुछ सीखने और सीखने को मिलेगा. इस अधिवेशन में ऐसे महापौर भी आ रहे हैं जिनका नगर निगम देश में पहले स्थान पर है. वह भी अपने विचार व्यक्त करेंगे कि उनका शहर देश में स्वच्छता के मामले में कैसे पहले नंबर पर आता है. बहुत कुछ सीखने का मौका इस बैठक में हम मिलेगा. इसके साथ ही रायपुर शहर में हम किस तरह के कार्य कर रहे हैं. रायपुर शहर के विकास को लेकर किस तरह के कार्य योजनाएं हैं बैठक में बताया जाएगा.बैठक के पहले दिन गोधन न्याय योजना, गोबर से पेंट ,गौमूत्र से बना पेंट कैसे बनाया जाता है.
वही सारी योजनाएं भी महापौर यहां से सीखकर जाएंगे. छत्तीसगढ़ की योजनाएं देश के लिए एक मॉडल बन रही है कल इन सारी योजनाओं को लोग अपनी आंखों से देखेंगे. अलग-अलग विषयों को लेकर महापौर आपस में चर्चा करेंगे और 28 तारीख शाम को इस बैठक का समापन होगा. 27 मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महापौर के बीच में रहेंगे.28 अगस्त को राज्यपाल ,सांसद, मंत्री, कार्यक्रम में शामिल होंगे. उसे साथी मुख्यमंत्री ने सभी महापौर को भोजन पर अपने निवास पर आमंत्रित किया है. और राज्यपाल ने हाई टी के लिए आमंत्रित किया है..
सवाल: कितने महापौर शामिल होंगे ?
जवाब: 60 से 65 महापौर बैठक में शामिल होने की सम्भावना है. अभी 48 महापौर के आने की सूचना है.
सवाल: इससे तीन महीने पहले आगरा में आयोजित परिषद की बैठक में आप शामिल हुए थे. आपने वहां से क्या सीखा?
जवाब: तूहर महापौर तूहर दुआर का कॉन्सेप्ट में कानपुर से सीख कर आया था. कानपुर में मेयर की एक गाड़ी चलती है जिसमें वह शिविर हर वार्डों में लगा दी हैं और घूम घूमकर शहर में काम करती हैं. उसमें थोड़ा परिवर्तन कर हमने 'तूहर महापौर तूहर दुआर कार्यक्रम' किया. हम बाहर जाते हैं तो हमें सीखने का मौका मिलता है और कुछ चीजें दिखाकर आते हैं.
सावल: स्वच्छता रैंकिंग में प्रतिस्पर्धा में रहती है रायपुर छठवे नंबर पर है, शहर के नंबर वन बनाने के लिए किस तरह का प्रयास रहेगा.
जवाब: सभी का प्रयास होता है कि वह पहले नंबर पर आए हमारा भी प्रयास है कि रायपुर नगर निगम देश में पहले नंबर पर आए. केंद्र सरकार सपोर्ट करें तो रायपुर शहर भी पहले नंबर पर आ सकता है. हमारे पास काम करने की कमी नहीं है हमारी इच्छा शक्ति मजबूत है. अन्य नगर निगम में संसाधन अधिक है लेकिन मैं खुश हूं कि कम संसाधनों में भी रायपुर शहर छठ में नंबर पर आया है.
सवाल: अलग-अलग पार्टियों से लोग आते हैं. अलग-अलग विचारधाराओं के महापौर यहां जुटेंगे. इस तरह की चीजें क्या बैठक में दिखाई पड़ती हैं.
जवाब: हम दलगत राजनीति से उठकर काम करते हैं. महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से हैं, अगर वह भाजपा से हैं तो क्या मैं उनका स्वागत करने नहीं जाऊंगा. ज्यादातर जितने महापौर रायपुर पहुंचे हैं वह भारतीय जनता पार्टी से है. हम दलगत राजनीति से अपने शहर के विकास के लिए क्या अच्छा कर सकते हैं. वह सीखने के लिए यहां पर बैठेंगे.