रायपुर : छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और कुरुद से बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने ETV भारत से खास बातचीत की. इस दौरान अजय चंद्राकर ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने 2500 रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, शराबबंदी और प्रदेश के रुके हुए विकास कार्यों सहित कई मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को घेरा.
चंद्राकर ने राज्य सरकार पर एक साल में घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा न करने का भी आरोप लगाया है. साथ ही पूरे प्रदेश में विकास कार्य रोके जाने की भी बात कही. इसके अलावा उन्होंने बीजेपी के छेरछेरा पर्व के दिन 'भात पर बात' अभियान शुरू किए जाने की भी जानकारी दी.
'भात पर बात' अभियान
छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति का त्योहार छेरछेरा शुक्रवार को पूरे प्रदेश में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा, लेकिन इस पर्व को लेकर प्रदेश में राजनीतिक दलों में राजनीति शुरू हो गई है. एक ओर जहां सत्तापक्ष छेरछेरा पर्व के दिन कुपोषण से लड़ने अभियान शुरू करने का दावा कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी राज्य सरकार के खिलाफ 'भात पर बात' अभियान शुरू करने जा रही है.
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भूपेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'शुक्रवार को छेरछेरा पर्व है और सरकार के पास इसके अलावा कोई कार्यक्रम नहीं है. राज्य सरकार किसान का धान नहीं खरीद रही है. धान खरीदी को लेकर हर अधिकारी अलग-अलग मौखिक आदेश दे रहा है और यही कारण है कि छेरछेरा पर्व के दिन हम राज्य सरकार से 'भात पर बात' करने की शुरुआत करने जा रहे हैं'.
'एक साल के कार्यकाल में प्रदेश में मचा हाहाकार'
अजय चंद्राकर ने कहा कि, 'प्रदेश में सारे विकास कार्य रुक गए हैं. सड़कों की मरम्मत नहीं हो रही है. नई सड़कों के लिए टेंडर जारी नहीं किए जा रहे हैं. सारे काम अधूरे पड़े हुए हैं. किश्तों का भुगतान नहीं किया जा रहा है. प्रदेश में चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है'.
'घोषणा पत्र लिखना काफी नहीं, वादे पूरे करने की होनी चाहिए ताकत'
राज्य सरकार के 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान लेने के एलान के बाद केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ पूल के चावल को लेने पर पाबंदी लगा दी थी. इस बारे में अजय चंद्राकर ने कहा कि, '2500 रुपए देने की बात भी राज्य की कांग्रेस सरकार ने कही थी, केंद्र सरकार ने नहीं. कांग्रेस को ये पहले सोचना था कि वो इसे कैसे देंगे.'
उन्होंने कहा कि, 'पिछले साल ये बात क्यों नहीं आई जब पिछले साल 2500 रुपए दिया गया, तो इस साल क्यों नहीं दिया जा सकता. क्यों कमेटी बनी है. धान का समर्थन मूल्य 2500 देने के लिए किसानों को किसने मना किया है. जब ताकत है घोषणा पत्र में लिखने की तो उसे पूरा भी करने की ताकत भी कांग्रेस के पास होनी चाहिए'.
नाटक बंद कर शराबबंदी करने की नसीहत
अजय चंद्राकर ने शराबबंदी के लिए बनाई गई कमेटी में भाजपा की ओर से एक भी विधायक का नाम नहीं दिए जाने के सवाल के जवाब में कहा कि, 'हम क्यों विधायक का नाम देंगे. हम सरकार में नहीं हैं. सरकार की घोषणा है. कांग्रेस का घोषणा पत्र है'. साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार को नाटक बंद करते हुए शराबबंदी करने की भी नसीहत दे डाली.
पार्षद खरीद-फरोख्त का आरोप
नगरी निकाय चुनाव में पिछड़ने के सवाल पर अजय चंद्राकर ने कहा कि, 'भाजपा कहीं नहीं पिछड़ी है कांग्रेस को सिर्फ 2 नगर निगमों में बहुमत मिला है. साथ ही उन्होंने इस चुनाव में पार्षदों की खरीद-फरोख्त का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि, 'हमें पहले ही खरीद-फरोख्त की आशंका थी और यही वजह थी कि हमनें इस चुनाव प्रणाली का विरोध किया था'.
'भाजपा करेगी पंचायत चुनाव की मॉनिटरिंग'
अजय चंद्राकर ने पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर कहा कि, 'पंचायत चुनाव को लेकर पूरे पैनल घोषित हो चुके हैं. जनपद के लिए पैनल घोषित करेंगे. साथ ही इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी'.
बता दें कि कांग्रेस सरकार के 1 साल पूरे हो चुके हैं और इसके बाद अब भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भाजपा हर मोर्चे पर राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है. इसी कड़ी में भाजपा के द्वारा 'भात पर बात' अभियान की शुरुआत की जा रही है. इसके जरिए बीजेपी किसानों को साधते हुए राज्य सरकार को घेरने का प्रयास करेगी और भाजपा यदि इस प्रयास में सफल रही तो उसका सीधा फायदा उसे पंचायत चुनाव में मिलेगा.