रायपुर: वैसे तो लॉकडाउन की घोषणा होते ही देशभर के एयरपोर्ट को सामान्य ऑपरेशन के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन इमरजेंसी सेवा के लिए विमानों को उड़ान भरने की अनुमति दी गई है. लॉकडाउन के दौरान रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से 40 एयर एंबुलेंस ने उड़ानें भरी थी. गंभीर रूप से बीमार मरीजों को देश के दूसरे बड़े अस्पतालों में बेहतर इलाज के लिए एयर लिफ्ट किया गया. हालांकि इसके लिए मरीजों के परिजनों को सामान्य दिनों के मुकाबले 25 फीसदी ज्यादा किराया चुकाना पड़ रहा है.
एयरपोर्ट डायरेक्टर राकेश सहाय ने ETV भारत को जानकारी दी कि कोरोना महामारी के चलते सभी यात्री विमानों के बंद होने के बाद एयर एम्बुलेंस जैसी सेवा को चालू रखा गया है. इस दौरान अब तक 40 एयर एम्बुलेंस ने रायपुर एयरपोर्ट से अलग-अलग शहरों के लिए उड़ान भरी हैं.
25 फीसदी तक ज्यादा किराया चुकाना पड़ा है
राकेश सहाय ने बताया कि विमान सेवाओं के लिए सामान्य दिनों में रायपुर से जो एयर एम्बुलेंस का किराया होता है, लॉकडाउन के दौरान उससे लोगों को 25 फीसदी ज्यादा किराया देना पड़ रहा है. पिछले कुछ दिनों में ज्यादातर मरीजों को दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट किया गया है. इसके अलावा मुंबई, हैदराबाद के लिए भी कुछ एयर एम्बुलेंस ने उड़ान भरी है.
पढ़ें: रेलवे ने एक जून से चलने वाली ट्रेनों की लिस्ट जारी की, आज से बुकिंग शुरू
सामान्य दिनों के मुकाबले लॉकडाउन के दौरान एयर एंबुलेंस के किराए में 25 फीसदी की बढ़त हुई है.
- रायपुर से दिल्ली तक 5 से 6.50 लाख रुपए
- रायपुर से मुंबई तक 6 से 6.50 लाख
- रायपुर से हैदराबाद 7 से 9 लाख
- रायपुर से बंगलुरु तक 10 से 12 लाख तक किराया लिया जा रहा है.
एयर एंबुलेंस की बढ़ी डिमांड
रायपुर समेत प्रदेश के कई शहरों के मरीज नियमित रूप से इलाज के लिए इन महानगरों में जा रहे हैं. जबकि कई बार आपात स्थिति में बेहतर इलाज के लिए मरीजों को एयर लिफ्ट करना पड़ता है. एयर लिफ्ट की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए आज देश के कई बड़े अस्पताल एयर एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध करा रहे हैं.