रायपुर: छत्तीसगढ़ के कॉलेजों में प्रवेश के लिए एज लिमिट खत्म कर दी गई थी. यह फैसला बीते साल लिया गया था. जिसका असर महिला सारक्षरता और महिला एजुकेशन में देखने को मिला है. छत्तीसगढ़ में कॉलेजों में स्टूडेंट्स की संख्या में 48 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ये फैसला पिछले साल लिया गया था. जिसका असर आंकड़ों में साफ तौर पर देखा जा रहा है. सीएम बघेल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. सीएम ने लिखा है कि "मैंने पिछले वर्ष प्रदेश के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में प्रवेश की अधिकतम आयु सीमा समाप्त करने का निर्णय लिया था. अब यह परिणाम संतोष देते हैं. छत्तीसगढ़ में छात्र-छात्राओं की संख्या में 48% वृद्धि दर्ज की गई है. उच्च शिक्षा में बेटियों की संख्या बेटों से 61% से अधिक हो गई है. 33 नए कॉलेज चार वर्षों में खोले गए हैं."
छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा को बढ़ावा: बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ऐसे नियम को शुरू किया था . राज्य में नए कॉलेज शुरू हो रहे हैं. कॉलेजों में हर एक विषयों के नए-नए संकाय की शुरुआत की गई है. प्रदेश के कॉलेजों में लड़कियों के प्रवेश लेने की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. जो कि आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ के लिए शिक्षा में बेहतर परिणाम लेकर आएंगे. ऐसे में राज्य की महिलाएं और भी सशक्त होंगी. साथ ही जो लोग एज लिमिट के कारण पढ़ नहीं पा रहे थे, वो भी आगे अपनी पढ़ाई पूरी करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे.
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एक नजर आंकड़ों पर: बघेल सरकार के प्रयासों के कारण कॉलेज में प्रवेश लेने वाले छात्राओं की संख्या बढ़ रही है. साल 2018-19 में 2 लाख 26 हजार 373 छात्रों ने कॉलेज में प्रवेश लिया. जबकि साल 2022-23 में 48 फीसद बढ़कर 3 लाख 35 हजार 139 छात्रों ने एडमिशन लिया. ये आंकड़ा 2018-19 की तुलना में एक लाख 8 हजार 766 अधिक है. कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीते 4 सालों में 33 नये सरकारी और 76 गैर सरकारी महाविद्यालय खोले गए.