ETV Bharat / state

सब्जी मंडी के चबूतरों पर छत्तीसगढ़ में हो रहा तर्पण,  दो मासूम बेटियों ने किया पिंडदान

author img

By

Published : Apr 19, 2021, 7:08 PM IST

Updated : Apr 19, 2021, 9:38 PM IST

रायपुर में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. यहां लगातार मृतकों की संख्या बढ़ रही है. यही वजह है कि अभनपुर के नवापारा में पिंडदान करने वाले लोग ज्यादा आ रहे हैं. यहां महानदी के तट पर जगह कम पड़ गई जिसके बाद पास के सब्जी बाजार के चबूतरों को तर्पण और क्रियाक्रम के काम के लिए दिया गया है. इस बीच अपने पिता का पिंडदान करने पहुंची दो बेटियों को देखकर हर किसी की आंख भर आई. दुर्ग की रहने वाली इन बहनों से कोरोना ने पिता का साया छीन लिया.

After death of father from Corona daughters came for pind daan in abhanpur
बेटियों ने किया पिता का पिंडदान

रायपुर : कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आलम ये है कि श्मशान घाट भर चुके हैं. हर दिन मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए नंबर लगाए जाते हैं. अभनपुर के गोबरा नवापारा में महानदी में तर्पण और पिंडदान करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां पिंडदान करने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण पिंडदान करने के लिए जगह कम पड़ गई. जिसकी वजह से अभनपुर के नवापारा नगर में पिंडदान स्थल के समीप लगने वाले सब्जी बाजार के चबूतरों पर लोग पिंडदान कर रहे हैं. घाट पर जगह कम पड़ने के कारण पास ही स्थित सब्जी मंडी के चबूतरों को क्रियाकर्म के लिए दे दिया गया है.

3 महीने से नहीं मिली थी इस कोरोना योद्धा को सैलरी, बिना वेंटिलेटर गई जान

बच्चियों को देखकर भावुक हुए लोग

पिंडदान स्थल के पास सब्जी बाजार में दो बच्चियों को देख वहां मौजूद लोगों के आंखों में आंसू भर आए. दुर्ग की रहने वाली 14 और 19 साल की दो बहनें अपने पिता का पिंडदान करने पहुंची थी. दोनों बहनों ने 9 अप्रैल को अपने पिता को खो दिया था. घर में बेटा नहीं होने की वजह से दोनों बहनों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने पिता की मोक्ष के लिए पूजा की.

कोरोना संक्रमण ने ऐसे ही कितने परिवारों को उजाड़ दिया. हर दिन घाट में लोग अपनों को अंतिम विदाई देने पहुंचते हैं. कोरोना की चपेट में आकर राजधानी में अब तक 1632 लोगों की मौत हो चुकी है. हर रोज श्मशान घाटों में भीड़ देखकर कलेजा बैठ रहा है. अस्पताल में संक्रमित मरीजों के परिजन भटक रहे हैं.

रायपुर : कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत की संख्या तेजी से बढ़ रही है. आलम ये है कि श्मशान घाट भर चुके हैं. हर दिन मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए नंबर लगाए जाते हैं. अभनपुर के गोबरा नवापारा में महानदी में तर्पण और पिंडदान करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां पिंडदान करने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके कारण पिंडदान करने के लिए जगह कम पड़ गई. जिसकी वजह से अभनपुर के नवापारा नगर में पिंडदान स्थल के समीप लगने वाले सब्जी बाजार के चबूतरों पर लोग पिंडदान कर रहे हैं. घाट पर जगह कम पड़ने के कारण पास ही स्थित सब्जी मंडी के चबूतरों को क्रियाकर्म के लिए दे दिया गया है.

3 महीने से नहीं मिली थी इस कोरोना योद्धा को सैलरी, बिना वेंटिलेटर गई जान

बच्चियों को देखकर भावुक हुए लोग

पिंडदान स्थल के पास सब्जी बाजार में दो बच्चियों को देख वहां मौजूद लोगों के आंखों में आंसू भर आए. दुर्ग की रहने वाली 14 और 19 साल की दो बहनें अपने पिता का पिंडदान करने पहुंची थी. दोनों बहनों ने 9 अप्रैल को अपने पिता को खो दिया था. घर में बेटा नहीं होने की वजह से दोनों बहनों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने पिता की मोक्ष के लिए पूजा की.

कोरोना संक्रमण ने ऐसे ही कितने परिवारों को उजाड़ दिया. हर दिन घाट में लोग अपनों को अंतिम विदाई देने पहुंचते हैं. कोरोना की चपेट में आकर राजधानी में अब तक 1632 लोगों की मौत हो चुकी है. हर रोज श्मशान घाटों में भीड़ देखकर कलेजा बैठ रहा है. अस्पताल में संक्रमित मरीजों के परिजन भटक रहे हैं.

Last Updated : Apr 19, 2021, 9:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.