रायपुर: सरकार की वादाखिलाफी से परेशान नई राजधानी के प्रभावित किसान अपनी मांग को लेकर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. 27 गांव के किसान ट्रैक्टर रैली निकालकर नई राजधानी के कार्यालय और अधिकारियों के निवास का चक्कर लगाकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे. बता दें कि अपनी मांगों को लेकर नवा रायपुर के एनआरडीए परिसर में 3 जनवरी से सैकड़ों किसान अपने पूरे परिवार सहित अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं.
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नई राजधानी के प्रभावित किसानों की संख्या 6000
वर्ष 2013 में भाजपा शासनकाल में सरकार और प्रभावित किसानों के बीच आपसी समझौते नियम और शर्तों के साथ अपनी जमीन नई राजधानी के लिए दे दी. जिसमें कया बांधा, राखी, बरौंदा, नवागांव, कोटराभांठा जैसे 27 गांव के लगभग 6000 किसान प्रभावित हुए हैं और कई किसानों को 4 गुना मुआवजा राशि के साथ ही पुनर्वास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. न ही किसी तरह का रोजगार उपलब्ध कराया गया है. जिसको लेकर प्रभावित किसान सड़क पर उतरकर अपनी लड़ाई लड़ने को मजबूर है. जब तक उनकी मांगों को सरकार पूरा नहीं करेगी तब तक नई राजधानी के प्रभावित किसान प्रदर्शन करते रहेंगे.
नई राजधानी के प्रभावित किसानों की मांग
- आपसी सहमति और भू अर्जन से जमीनों के अनुपात में पात्रता अनुसार निशुल्क भूखंड आवंटित किया जाए
- बसाहट के आसपास की जमीनों का भू अर्जन से मुक्त और संपूर्ण बसाहट का पट्टा दिया जाए
- वार्षिक राशि का पूर्णतया आवंटन किया जाए ऑडिट ऑब्जेक्शन अगर है तो कानूनी कार्रवाई से वसूली हो
- प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक व्यस्क को 1200 स्क्वायर फीट जमीन जल्द दिया जाए
- प्रभावित क्षेत्र के शिक्षित बेरोजगारों को योग्यता अनुसार रोजगार प्रदान किया जाए
- स्थानीय लोगों को पात्रता अनुसार गुमटी चबूतरा दुकान व्यवसाय आदि लागत मूल्य पर दिया जाए
- भू अर्जन में जिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला है उन्हें 4 गुना मुआवजा दिया जाए
- वर्ष 2005 से भूमि क्रय विक्रय पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाए