रायपुर: छत्तीसगढ़ में अडानी ने बड़ा निवेश किया है. जानकारी के मुताबिक अडानी ग्रुप के पास लगभग 9 कोल माइंस है. राजस्थान सरकार द्वारा लिए गए कोल माइंस का संचालन भी अडानी ग्रुप कर रहा है. 3 पावर प्लांट भी छत्तीसगढ़ में अडानी ग्रुप ने लगाए हैं. तीन सीमेंट फैक्ट्री भी संचालित हो रही है. इसके अलावा एक आयरन ओर बैलाडीला-13, दंतेवाड़ा खदान भी अडानी के पास है.
अडानी ग्रुप की 9 कोल माइंस: सरगुजा जिले में 4 खदान है. 3 राजस्थान सरकार की है, जिसका एमडीओ अडानी के साथ है जबकि एक अन्य खदान को अडानी समूह में सीधे नीलामी से खरीदा है. इनमें परसा कोल ब्लॉक शामिल है. इसकी क्षमता 5 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. परसा ईस्ट केते बासन क्षमता 18 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. केते एक्सटेंशन की क्षमता 7 मिलियन टन प्रतिवर्ष है.हसदेव अरण्य क्षेत्र में प्रस्तावित एक अन्य कोल ब्लॉक है, जिसे सीधे नीलामी के जरिए अडानी समूह ने खरीदा है. इन चारों में से फिलहाल परसा एक्सटेंशन में उत्खनन किया जा रहा है. बाकी जगह काम शुरू नहीं हुआ है.
रायगढ़ जिले में प्रस्तावित 4 कोयला खदान अडानी समूह के पास है. इसमें से 2 छत्तीसगढ़ सरकार की, एक एसईसीएल और एक महाराष्ट्र सरकार की है. इन सभी का एमडीओ अडानी समूह के साथ है. छत्तीसगढ़ सरकार की गारे पेलमा-1 की क्षमता 27 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. गारे पलमा-3 की क्षमता 5 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. गारे पेलमा-4 की क्षमता 21 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. यह महाराष्ट्र सरकार की है. एक अन्य पेलमा कोल ब्लॉक है, जिसकी क्षमता 15 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. यह एसईसीएल की है. इसका एमडीओ भी अडानी समूह के साथ हो चुका है. उत्खनन 2024 में शुरू होगा. रायगढ़ जिले में अडानी समूह को कुल 4 कोल ब्लॉक आवंटित हैं. कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ में 9 कोल ब्लॉक अडानी समूह के पास है.
कोरबा जिले में 1 प्रस्तावित पतुरिया गिधमुड़ी खदान का एमडीओ छत्तीसगढ़ सरकार ने अडानी समूह के साथ किया है. इसकी क्षमता 7 मिलियन टन प्रतिवर्ष है. 3 पवार प्लांट में पहला कोरबा वेस्ट नाम का पावर प्लांट रायगढ़ जिले में है. इसकी क्षमता 600 मेगावाट है. डीवी पावर प्लांट, डभरा जांजगीर में है. इसकी क्षमता 1100 मेगावाट है. तीसरा प्लांट रायपुर एनर्जीन, रायपुर में है. इसकी क्षमता 1100 मेगावाट है. इसके अलावा कोरबा जिले में मौजूद लैंको अमरकंटक पावर प्लांट को खरीदने की तैयारी है.
Adani Row in Chhattisgarh: अडानी विवाद में यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन, जेपीसी जांच की मांग
छत्तीसगढ़ में अडानी की 3 सीमेंट फैक्ट्री: तीन सीमेंट फैक्ट्री है. पहली एसीसी सीमेंट भिलाई, अंबुजा सीमेंट बलौदा बाजार. इसके अलावा एक और सीमेंट फैक्ट्री छत्तीसगढ़ में संचालित है. कॉल ब्लॉक के अलावा एक आयरन ओर बैलाडीला-13, दंतेवाड़ा खदान भी अडानी के पास है.
अडानी विवाद पर छत्तीसगढ़ में गरमाई सियासत: अडानी मामले को लेकर देशभर में हड़कंप मचा है. इस मामले में कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सड़क से लेकर लोकसभा तक विपक्ष अडानी मामले में आक्रामक रुख अपनाए हुए है. इस बीच छत्तीसगढ़ में भी युवा कांग्रेस ने पुतला दहन करते हुए राजभवन का घेराव किया. केंद्र सरकार के खिलाफ युवा कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया है और जेपीसी कमेटी बनाकर कर जांच करवाने की मांग की.
जेपीसी कमेटी बनाकर जांच की मांग: छत्तीसगढ़ यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा कि ''स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और एलआईसी में देश के गरीब और आम आदमियों का पैसा जमा रहता है, जिसे प्रधानमंत्री ने अपने दोस्त को लूटने का अधिकार दिया. इसके विरोध में इंडियन यूथ कांग्रेस पूरे देश में आंदोलन कर रही है.''
भूपेश पर चंद्राकर का वार: पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने भूपेश सरकार पर जोरदार हमला बोला. चंद्राकर ने कहा कि ''यह बताइए अडानी को एसबीआई ने कितना कितना लोन दिया और कौन कौन से साल में दिया है, उस समय यूपीए थी, उस लोन का कितना प्रतिशत था. भूपेश बघेल आंकड़े का खेल खेल रहे हैं. वो बता दें अडानी बिलिनियर किसके कार्यकाल में बने.''
2 नंबर का अमीर व्यक्ति खिसककर 23वें नंबर पर पहुंचा: सीएम भूपेश बघेल ने कहा ''2 नंबर का अमीर व्यक्ति खिसककर 23वें नंबर पर पहुंच गया. इससे ज्यादा घोटाले का क्या सबूत चाहिए प्रधानमंत्री जी? अगर विकास का पैमाना केवल अडानी हैं तो ऐसा विकास नहीं चाहिए.''