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डीकेएस अस्पताल फर्जीवाड़ा: PNB के तत्कालीन AGM सुनील अग्रवाल दिल्ली से गिरफ्तार

डीकेएस अस्पताल फर्जीवाड़े के सूत्रधार सुनील अस्पताल को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है.

पुलिस थाना
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Published : May 17, 2019, 12:06 AM IST

रायपुर: डीकेएस अस्पताल घोटाले में नया मोड़ आया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस घोटाले के एक महत्वपूर्ण सूत्रधार और पीएनबी मुख्य ब्रांच रायपुर के तत्कालीन एजीएम सुनील अग्रवाल को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.

डीकेएस अस्पताल फर्जीवाड़े में गिरफ्तारी


पुलिस ने दर्ज किया प्राथमिक बयान
गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने सुनील का प्राथमिक बयान भी दर्ज कर लिया है. अग्रवाल पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डॉ. पुनीत गुप्ता को डीकेएस अस्पताल के लिए 65 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने की बैंकिंग प्रक्रिया पूरी कराई थी. सुनील की अनुशंसा के बाद ही पीएनबी ने लोन की रकम स्वीकृत की थी.


पीएनबी की बंधक प्रॉपर्टी है डीकेएस अस्पताल
गौरतलब है कि लोन की एवज में यह सरकारी अस्पताल इन दिनों पीएनबी की बंधक प्रॉपर्टी है. खबर है कि सुनील पूछताछ के दौरान पुलिस के सवालों से बचते नजर आए. सुनील अग्रवाल को विस्तृत पूछताछ के लिए रायपुर लाया जा सकता है.


दस्तावेजों की कराई जाएगी तस्दीक
फर्जी दस्तावेजों और लोन स्वीकृत करने की प्रक्रिया को लेकर जब्त सभी दस्तावेजी प्रमाणों की तस्दीक सुनील अग्रवाल से कराई जाएगी. यह भी जानकारी मिल रही है कि डॉ पुनीत गुप्ता की सहायता के लिए सुनील अग्रवाल ने भी कई सरकारी नियम और प्रक्रियाओं की अनदेखी की थी और इसलिए भी उसका बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

रायपुर: डीकेएस अस्पताल घोटाले में नया मोड़ आया है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस घोटाले के एक महत्वपूर्ण सूत्रधार और पीएनबी मुख्य ब्रांच रायपुर के तत्कालीन एजीएम सुनील अग्रवाल को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.

डीकेएस अस्पताल फर्जीवाड़े में गिरफ्तारी


पुलिस ने दर्ज किया प्राथमिक बयान
गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने सुनील का प्राथमिक बयान भी दर्ज कर लिया है. अग्रवाल पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डॉ. पुनीत गुप्ता को डीकेएस अस्पताल के लिए 65 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने की बैंकिंग प्रक्रिया पूरी कराई थी. सुनील की अनुशंसा के बाद ही पीएनबी ने लोन की रकम स्वीकृत की थी.


पीएनबी की बंधक प्रॉपर्टी है डीकेएस अस्पताल
गौरतलब है कि लोन की एवज में यह सरकारी अस्पताल इन दिनों पीएनबी की बंधक प्रॉपर्टी है. खबर है कि सुनील पूछताछ के दौरान पुलिस के सवालों से बचते नजर आए. सुनील अग्रवाल को विस्तृत पूछताछ के लिए रायपुर लाया जा सकता है.


दस्तावेजों की कराई जाएगी तस्दीक
फर्जी दस्तावेजों और लोन स्वीकृत करने की प्रक्रिया को लेकर जब्त सभी दस्तावेजी प्रमाणों की तस्दीक सुनील अग्रवाल से कराई जाएगी. यह भी जानकारी मिल रही है कि डॉ पुनीत गुप्ता की सहायता के लिए सुनील अग्रवाल ने भी कई सरकारी नियम और प्रक्रियाओं की अनदेखी की थी और इसलिए भी उसका बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

Intro:CG_RPR_1605_RITESH_PNB KA AGM AREST_SHBT

रायपुर डीकेएस घोटाले मामले में फसे डॉ पुनीत गुप्ता एपिसोड में अब नया मोड़ आ गया है दिल्ली में छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम ने इस घोटाले के एक महत्वपूर्ण सूत्रधार और पीएनबी मुख्य ब्रांच रायपुर के तत्कालीन एजीएम सुनील अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है इनके प्राथमिक बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं

सुनील अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डॉ पुनीत गुप्ता को डीकेएस अस्पताल के लिए 65 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने की बैंकिंग प्रक्रिया पूरी कराई थी सुनील अग्रवाल की अनुशंसा के उपरांत ही पीएनबी ने लोन की रकम स्वीकृत की थी

गौरतलब हो कि इस 65 करोड़ रुपया की लोन के एवज में यह सरकारी अस्पताल इन दिनों पीएनबी की बंधक प्रॉपर्टी है खबर है कि सुनील अग्रवाल भी प्राथमिक पूछताछ के दौरान पुलिस के कई सवालों को टाल रहे थे सुनील अग्रवाल को विस्तृत पूछताछ के लिए रायपुर लाया जा सकता है जिस मामले में फर्जी दस्तावेजों और लोन स्वीकृत करने की प्रक्रिया को लेकर जप्त सभी दस्तावेजों प्रमाणों की तस्दीक सुनील अग्रवाल से कराई जाएगी यह भी जानकारी आ रही है कि डॉ पुनीत गुप्ता की सहायता के लिए सुनील अग्रवाल ने भी कई सरकारी नियम और प्रक्रियाओं की अनदेखी की थी इसलिए भी उसका बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है

बाइट प्रफुल्ल ठाकुर एडिशनल एसपी सिटी रायपुर

रितेश तंबोली ईटीवी भारत रायपुर




Body:CG_RPR_1605_RITESH_PNB KA AGM AREST_SHBT


Conclusion:CG_RPR_1605_RITESH_PNB KA AGM AREST_SHBT
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