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आदि शंकराचार्य गुफा में योग साधना कर रहे हैं PM मोदी - चारधाम यात्रा

पीएम मोदी उत्तराखंड दौरे पर है. शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे पीएम नरेंद्र मोदी देहरादून पहुंचने के बाद जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से करीब साढ़े नौ बजे केदारनाथ पहुंचे. अब पीएम मोदी धाम में पूजा-अर्चना करेंगे. जानकारी के मुताबिक, दोनों धामों के दर्शन के बीच पीएम मोदी आदिगुरू शंकराचार्य समाधि (प्राचीन गुफा) स्थान पर ध्यान साधना भी कर सकते हैं.

उत्तराखंड दौरे पर पीएम मोदी
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Published : May 18, 2019, 10:09 AM IST

Updated : May 18, 2019, 3:29 PM IST

देहरादून: पीएम नरेन्द्र मोदी देहरादून पहुंच गए हैं, जहां से वो केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए घाटी पहुंच गए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी केदारनाथ धाम में आदिगुरू शंकराचार्य के समाधि (प्राचीन गुफा) वाले स्थान पर ध्यान-साधना कर सकते हैं. बता दें कि ये स्थान पीएम मोदी ने अपनी देख-रेख में बनवाया है, उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में ये स्थान भी शामिल है.

PM Modi will to meditate in kedarnath
आदि शंकराचार्य गुफा

जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2013 में आई आपदा में आदि शंकराचार्य की समाधि को भी नुकसान पहुंचा था. इसके बाद समाधि स्थल की मरम्मत शुरू हुई थी. पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचे तो उन्होंने आदि शंकराचार्य की समाधि को दिव्य एवं भव्य रूप देने का एलान किया था. बता दें कि यहां एक साथ एक हजार श्रद्धालु आदि शंकराचार्य की समाधि के दर्शन कर सकते हैं.

PM Modi will to meditate in kedarnath
उत्तराखंड दौरे पर पीएम मोदी

केदारनाथ मंदिर से करीब 400 मीटर पीछे मंदाकिनी नदी को पार कर चोराबाड़ी ताल के ठीक नीचे वाले क्षेत्र में एक गुफा का निर्माण किया गया है. साढ़े आठ लाख रुपये की लागत से पहाड़ी शैली में इसे तैयार किया गया है. गुफा में बिजली, पानी, शौचालय आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, साधु, संत या अन्य यात्री यहां ठहरते हैं. गुफा में रहने वाले यात्री का किराया 990 रुपए है. इस गुफा में यात्री योग साधना के साथ-साथ विश्राम भी कर सकते हैं.

आदि शंकराचार्य गुफा में योग साधना कर सकते हैं PM मोदी

पढ़ें- 18-19 मई को बदरी-केदार दौरे पर रहेंगे PM मोदी, उत्तराखंड पुलिस ने बनाया ये प्लान

गौर हो कि अध्यात्मिक संस्कृति से गहरा जुड़ाव रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी सक्रिय राजनीति में आने से पहले भी केदारनाथ धाम में स्थित आदिगुरू शंकराचार्य समाधि की इस प्राचीन गुफा में ध्यान साधना कर चुके हैं. यही कारण है कि उनको इस स्थान से बेहद लगाव है. साल 2013 केदारनाथ में आई भीषण त्रासदी के दौरान मंदिर परिसर के अलावा आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण योजना कार्य के चलते वर्तमान में शंकराचार्य के समाधि स्थल को भी भव्य रूप में संवारा गया है. दरअसल, पिछले साल धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारपुरी से 2 किलोमीटर पहले गुफा की तर्ज पर केदारनाथ गुफा बनाने को कहा गया था जो अब तैयार हो गयी है. इस गुफा की लम्बाई 5 मीटर जबकि चौड़ाई 3 मीटर है. केदारनाथ में योग साधना के लिए गुफा तैयार होने के बाद अब उसकी ऑनलाइन बुकिंग की भी सुविधा है.

बता दें कि साल 1998 से लेकर 2001 तक उत्तराखंड (यूपी) के भाजपा संगठन प्रभारी होने के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आस्था के मुताबिक केदारनाथ धाम में दर्शन करने के साथ ही लगातार विश्वविख्यात अध्यात्मिक आदिगुरू शंकराचार्य के समाधि स्थान पर जाकर अपनी साधना में लीन होते थे. साल 2001 के बाद ही पीएम मोदी पूरी तरह से सक्रिय राजनीति में व्यस्त होने के बाद गुजरात के लगातार चार बार मुख्यमंत्री बने रहे और फिर उसके बाद वह 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने.

देहरादून: पीएम नरेन्द्र मोदी देहरादून पहुंच गए हैं, जहां से वो केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए घाटी पहुंच गए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी केदारनाथ धाम में आदिगुरू शंकराचार्य के समाधि (प्राचीन गुफा) वाले स्थान पर ध्यान-साधना कर सकते हैं. बता दें कि ये स्थान पीएम मोदी ने अपनी देख-रेख में बनवाया है, उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में ये स्थान भी शामिल है.

PM Modi will to meditate in kedarnath
आदि शंकराचार्य गुफा

जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2013 में आई आपदा में आदि शंकराचार्य की समाधि को भी नुकसान पहुंचा था. इसके बाद समाधि स्थल की मरम्मत शुरू हुई थी. पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ पहुंचे तो उन्होंने आदि शंकराचार्य की समाधि को दिव्य एवं भव्य रूप देने का एलान किया था. बता दें कि यहां एक साथ एक हजार श्रद्धालु आदि शंकराचार्य की समाधि के दर्शन कर सकते हैं.

PM Modi will to meditate in kedarnath
उत्तराखंड दौरे पर पीएम मोदी

केदारनाथ मंदिर से करीब 400 मीटर पीछे मंदाकिनी नदी को पार कर चोराबाड़ी ताल के ठीक नीचे वाले क्षेत्र में एक गुफा का निर्माण किया गया है. साढ़े आठ लाख रुपये की लागत से पहाड़ी शैली में इसे तैयार किया गया है. गुफा में बिजली, पानी, शौचालय आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, साधु, संत या अन्य यात्री यहां ठहरते हैं. गुफा में रहने वाले यात्री का किराया 990 रुपए है. इस गुफा में यात्री योग साधना के साथ-साथ विश्राम भी कर सकते हैं.

आदि शंकराचार्य गुफा में योग साधना कर सकते हैं PM मोदी

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गौर हो कि अध्यात्मिक संस्कृति से गहरा जुड़ाव रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी सक्रिय राजनीति में आने से पहले भी केदारनाथ धाम में स्थित आदिगुरू शंकराचार्य समाधि की इस प्राचीन गुफा में ध्यान साधना कर चुके हैं. यही कारण है कि उनको इस स्थान से बेहद लगाव है. साल 2013 केदारनाथ में आई भीषण त्रासदी के दौरान मंदिर परिसर के अलावा आदिगुरू शंकराचार्य का समाधि स्थल भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था. मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण योजना कार्य के चलते वर्तमान में शंकराचार्य के समाधि स्थल को भी भव्य रूप में संवारा गया है. दरअसल, पिछले साल धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारपुरी से 2 किलोमीटर पहले गुफा की तर्ज पर केदारनाथ गुफा बनाने को कहा गया था जो अब तैयार हो गयी है. इस गुफा की लम्बाई 5 मीटर जबकि चौड़ाई 3 मीटर है. केदारनाथ में योग साधना के लिए गुफा तैयार होने के बाद अब उसकी ऑनलाइन बुकिंग की भी सुविधा है.

बता दें कि साल 1998 से लेकर 2001 तक उत्तराखंड (यूपी) के भाजपा संगठन प्रभारी होने के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आस्था के मुताबिक केदारनाथ धाम में दर्शन करने के साथ ही लगातार विश्वविख्यात अध्यात्मिक आदिगुरू शंकराचार्य के समाधि स्थान पर जाकर अपनी साधना में लीन होते थे. साल 2001 के बाद ही पीएम मोदी पूरी तरह से सक्रिय राजनीति में व्यस्त होने के बाद गुजरात के लगातार चार बार मुख्यमंत्री बने रहे और फिर उसके बाद वह 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने.

Intro:शंकराचार्य की समाधि (गुफा) में लेंगे मोदी ध्यान अनुष्ठान

देहरादून- अपने दो दिवसीय उत्तराखंड यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी बद्रीनाथ व केदारनाथ धाम दर्शन कार्यक्रम के दौरान सबसे पहले 18 मई को केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना दर्शन के बाद यही रात्रि प्रवास करेंगे। वही जानकारी के मुताबिक संभावना जताई जा रही है कि,पीएम मोदी अपने एक दिन के प्रवास के दौरान केदारनाथ धाम के आदिगुरू शंकराचार्य समाधि ( प्राचीन गुफा) वाले स्थान पर वर्षो बाद एक बार फिर ध्यान अनुष्ठान करेंगे। केदारनाथ मंदिर के पीछे बने शंकराचार्य समाधि वाला यह वही स्थान हैं जिस प्राचीन गुफा को पीएम मोदी केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों के ड्रीम प्रोजेक्ट में विशेष कर पुनर्जीवित करने के निर्देश दिए थे।


Body:सक्रिय राजनीति से पहले भी पीएम मोदी शंकराचार्य समाधि में लगाते थे ध्यान साधना-

अपना जीवन काल के शुरू के समय से ही आध्यात्मिक संस्कृति से गहरा जुड़ाव रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी सक्रिय राजनीति में आने से पहले भी केदारनाथ धाम में स्थित आदिगुरू शंकराचार्य समाधि प्राचीन गुफा में ध्यान साधना कर चुके हैं। इसी कारण उनको इस स्थान से भी अध्यात्मिक लगाव हैं। 2013 केदारनाथ में आई भीषण त्रासदी के दौरान मंदिर परिसर के अलावा आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण योजना कार्य के चलते वर्तमान में शंकराचार्य की समाधि स्थल को भी भव्य रूप में सवार आ गया.


Conclusion:वर्ष 1998 से लेकर वर्ष 2001 तक उत्तराखंड (यूपी) के भाजपा संगठन प्रभारी होने के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आस्था के मुताबिक केदारनाथ धाम में दर्शन करने के साथ ही लगातार विश्वविख्यात अध्यात्मिक आदिगुरु शंकराचार्य के समाधि स्थान पर जाकर अपनी साधना मैं लीन हो जाते थे। वर्ष 2001 के बाद ही पीएम मोदी पूरी तरह से सक्रिय राजनीति में व्यस्त होने के बाद गुजरात के लगातार चार बार मुख्यमंत्री बने रहे और फिर उसके बाद वह 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने।
Last Updated : May 18, 2019, 3:29 PM IST
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