रायपुर: आरंग थाना क्षेत्र के अकोलीकला गांव में 60 साल के बुजुर्ग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. वहीं अभी तक बुजुर्ग के आत्महत्या करने के कारण पता नहीं चल पाया है.
जानकारी के मुताबिक महुवागांव का रहने वाला शेरसिंह यादव आठ महीने पहले अपने बहन और दामाद उत्तम यादव के घर अकोलीकला गया था. जो बुधवार की रात शराब के नशे में वापस अपने घर महुवागांव जाने की जिद करते हुए घर से निकल गया. इस दौरान उनके रिश्तेदारों ने बुजुर्ग को अगली सुबह घर जाने के लिए कहा, लेकिन बुजुर्ग ने उनकी एक नहीं सुनी और रात को ही घर से निकल गया.
थाना प्रभारी ने दी जानकारी
इसके बाद अगली सुबह उत्तम काम पर निकल गया. मनरेगा का काम करने गए उत्तम को लोगों ने बताया कि उनके साले ने गांव के तालाब के पास बबुल के पेड़ पर फांसी लगा ली है, जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से उतराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं इस घटना के बारे में आरंग थाना प्रभारी लेखधर दीवान ने बताया की बुजुर्ग शेरसिंह का परिवार रायपुर के आमानाका में रहता है, जिनको घटना की जानकारी दे दी गई है. थाना प्रभारी ने आगे बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है.
पढ़ें: बेमेतरा: 65 वर्षीय बुजुर्ग ने फांसी लगाकर दी जान, जांच में जुटी पुलिस
लॉकडाउन के बीच प्रदेश में आत्महत्या के मामलों में इजाफा हुआ है. रोजाना कहीं न कहीं से आत्महत्या की खबरें सामने आ रही हैं. आत्महत्या के साथ ही प्रदेश में क्राइम का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है. कई जिलों से रेप के साथ ही हत्या, ठगी, लूट, अवैध शराब की खरीदी-बिक्री के साथ ही कई आपराधिक मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना संकट के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन के दौरान भी ऐसे कई मामले सुर्खियों में रहे. पुलिस लगातार ऐसे अपराधों पर लगाम लगाने की कवायद कर रही है.