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एक साल में 57 हादसों का गवाह है ये रास्ता, ले चुका है 13 जानें - चालकों की मौत

राजधानी के टाटीबंध चौक पर मार्च 2018 से मार्च 2019 के बीच 57 सड़क हादसे हुए हैं, जिसमें 13 वाहन चालकों की मौत हो गई है.

57 हादसों का गवाह है ये रास्ता
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Published : Apr 8, 2019, 8:51 PM IST

रायपुर: राजधानी के टाटीबंध चौक पर मार्च 2018 से मार्च 2019 के बीच 57 सड़क हादसे हुए हैं, जिसमें 13 वाहन चालकों की मौत हो गई है. आड़े तिरछे निर्माण की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.

57 हादसों का गवाह है ये रास्ता
टाटीबंध चौक पर एक साल में 57 सड़क हादसे हो चुके हैं और 13 लोगों की जान चली गई है. यह आंकड़ा साल भर का है, जिसमें कई लोग घायल भी हुए हैं.

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजा गया है नोटिस
इस हादसे को देखते हुए पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को नोटिस भेजा है. वहीं इस चौक के बारे में ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि इस जगह पर ओवरब्रिज बनना है, लेकिन अभी उसमें समय लगेगा. चौक की बनावट ऐसी है कि रायपुर से भिलाई और भिलाई से रायपुर आते समय गाड़ियां एक दूसरे के आमने- सामने आ जाती हैं.

ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि ट्रैफिक इंजीनियर के हिसाब से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को बदलाव करने के लिए पत्र लिखा गया है और टाटीबंध चौराहे का पुनर्निर्माण कराना अति आवश्यक है. राष्ट्रीय राजमार्ग 53 का हिस्सा होने के कारण टाटीबंध चौक में सुधार की आवश्यकता है.

करोड़ों रुपए की लागत से होगा ब्रिज का निर्माण
वहीं पुलिस ने बताया कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि केंद्रीय योजना के तहत टाटीबंध में बड़े ब्रिज का निर्माण होना है. अटारी बिलासपुर रायपुर दुर्ग भिलाई की तरफ से आने वाली गाड़ियां चौक के नीचे से जाने के बजाय सीधे ब्रिज के ऊपर से निकलेंगी. करोड़ों रुपए की लागत से ब्रिज बनेगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति तो दे दी है, लेकिन अभी काम शुरू नहीं हो सका है.

अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यह भी कहा कि काम शुरू होने तक दूसरा विकल्प नहीं ढूंढा गया तो हादसे होते रहेंगे. शहर के एंट्री प्वाइंट्स में सबसे ज्यादा वाहनों का दबाव टाटीबंध चौक में ही है.

रायपुर: राजधानी के टाटीबंध चौक पर मार्च 2018 से मार्च 2019 के बीच 57 सड़क हादसे हुए हैं, जिसमें 13 वाहन चालकों की मौत हो गई है. आड़े तिरछे निर्माण की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.

57 हादसों का गवाह है ये रास्ता
टाटीबंध चौक पर एक साल में 57 सड़क हादसे हो चुके हैं और 13 लोगों की जान चली गई है. यह आंकड़ा साल भर का है, जिसमें कई लोग घायल भी हुए हैं.

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भेजा गया है नोटिस
इस हादसे को देखते हुए पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को नोटिस भेजा है. वहीं इस चौक के बारे में ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि इस जगह पर ओवरब्रिज बनना है, लेकिन अभी उसमें समय लगेगा. चौक की बनावट ऐसी है कि रायपुर से भिलाई और भिलाई से रायपुर आते समय गाड़ियां एक दूसरे के आमने- सामने आ जाती हैं.

ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि ट्रैफिक इंजीनियर के हिसाब से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को बदलाव करने के लिए पत्र लिखा गया है और टाटीबंध चौराहे का पुनर्निर्माण कराना अति आवश्यक है. राष्ट्रीय राजमार्ग 53 का हिस्सा होने के कारण टाटीबंध चौक में सुधार की आवश्यकता है.

करोड़ों रुपए की लागत से होगा ब्रिज का निर्माण
वहीं पुलिस ने बताया कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि केंद्रीय योजना के तहत टाटीबंध में बड़े ब्रिज का निर्माण होना है. अटारी बिलासपुर रायपुर दुर्ग भिलाई की तरफ से आने वाली गाड़ियां चौक के नीचे से जाने के बजाय सीधे ब्रिज के ऊपर से निकलेंगी. करोड़ों रुपए की लागत से ब्रिज बनेगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति तो दे दी है, लेकिन अभी काम शुरू नहीं हो सका है.

अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने यह भी कहा कि काम शुरू होने तक दूसरा विकल्प नहीं ढूंढा गया तो हादसे होते रहेंगे. शहर के एंट्री प्वाइंट्स में सबसे ज्यादा वाहनों का दबाव टाटीबंध चौक में ही है.

Intro:0804_CG_RPR_RITESH_DANGER JONE TATIBANDH CHOWK_SHBT रायपुर राजधानी रायपुर के टाटीबंध चौक को डेंजर जोन कहां जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि मार्च 2018 से मार्च 2019 तक टाटीबंध चौक में 57 सड़क हादसे हुए हैं जिसमें 13 वाहन चालकों की मौत हो गई है शहर के लिए सबसे खतरनाक बन चुके टाटीबंध चौक में सालों पहले बनाए गए चौराहे को बदलना जरूरी है आड़े तिरछे निर्माण की वजह से जहां चौकसी का सिस्टम नहीं बन पा रहा है वहीं लोगों को जान गंवानी पड़ रही है इस जगह पर अब तक 13 लोगों की जान जा चुकी है और 57 सड़क हादसे हुए हैं यह आंकड़ा साल भर का है जिसमें कई लोग घायल भी हुए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा आए दिन हादसे को देखते हुए पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को नोटिस भेजा है वही इस चौक के बारे में ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि इस जगह पर ओवरब्रिज बनना है लेकिन अभी उसमें समय लगेगा दरअसल चौक की बनावट ऐसी है कि रायपुर से भिलाई और भिलाई से रायपुर आते वक्त गाड़ियां आपस में फंसती है अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी आफ इंडिया को ट्रेफिक इंजीनियर के हिसाब से बदलाव करना के लिए पत्र पत्र लिखा गया है गाइडलाइन कहती है पुलिस ने लिखा है सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के हिसाब से रोड सेफ्टी व ट्रैफिक इंजीनियरिंग के हिसाब से टाटीबंध चौराहा का पुनर्निर्माण अति आवश्यक राष्ट्रीय राजमार्ग 53 का हिस्सा होने के कारण टाटीबंध चौक में सुधार की आवश्यकता है निर्माण के प्रस्ताव से मुसीबत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि केंद्रीय योजना के तहत टाटीबंध में बड़े ब्रिज का निर्माण होना है अटारी बिलासपुर रायपुर दुर्ग भिलाई की तरफ से आने वाली गाड़ियां चौक के नीचे के बजाय सीधे ब्रिज के ऊपर से निकलेगी करोड़ों रुपए की लागत से ब्रिज बनेगा केंद्र ने स्वीकृति जरूर दी है लेकिन अभी काम शुरू नहीं हो सका है काम शुरू होने तक दूसरा विकल्प नहीं ढूंढा गया तो हादसे सोते रहेंगे शहर के एंट्री प्वाइंट्स में सबसे ज्यादा वाहनों का दबाव टाटीबंध चौक में ही है बाइट एमआर मंडावी एडिशनल एसपी ट्रैफिक रायपुर रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर


Body:0804_CG_RPR_RITESH_DANGER JONE TATIBANDH CHOWK_SHBT


Conclusion:0804_CG_RPR_RITESH_DANGER JONE TATIBANDH CHOWK_SHBT
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