रायपुर : कोविड-19 की वजह से पिछले डेढ़ महीने से आम जनजीवन थम सा गया है. इसके चलते व्यापार-व्यवसाय, सरकारी कामकाज सब कुछ ठप पड़ गया है वहीं छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री भी इस वक्त बुरे दौर से गुजर रही है.
किसी फिल्म को बनाने के पीछे सैकड़ों लोगों की मेहनत होती है,कई परिवारों के घरों में चूल्हा भी जलता है, लेकिन लॉकडाउन से छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्रीज पर भी बुरा असर पड़ा है.कुछ महीने पहले तक फिल्म इंडस्ट्री का काम ठीक चल रहा था.लेकिन अब शूटिंग बंद है. जिन स्टूडियो में कलाकरों की भीड़ हुआ करती थी, वो सूने पड़े हैं. काम बंद होने से मेकअप आर्टिस्ट, टेक्निशियन, स्पॉट ब्यॉव, जूनियर आर्टिस्ट परेशान हैं. लॉकडाउन की वजह से फिल्म इंडस्ट्रीज से जुड़े 5 से 10 हजार लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
घर चलाना हुआ मुश्किल
ज्यादातर फिल्मों की शूटिंग और रिलीजिंग अप्रैल-मई के दौरान होती थी. वहीं लॉकडाउन के चलते सारा काम रूक गया है. इस दौरान काम करने वाले सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं. जूनियर आर्टिस्ट, स्पॉट ब्वॉय, केटरिंग से लेकर ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले लोग आज घर में बैठे हुए है. लोगों का घर चलाना मुश्किल हो रहा है.
रिलीज नहीं हो पाई फिल्में
छत्तीसगढ़ सीने एंड टेली प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के सेकेट्री मनोज वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री बहुत बुरे दौर से गुजर रही है.अप्रैल-मई के महीने में ज्यादातर फिल्में रिलीज होती है, फिल्मों का ज्यादातर बिजनेस इन महीनों में ही होता है. लॉकडाउन की वजह से बहुत बड़ा नुकसान इंडस्ट्री को हुआ है, सारी फिल्में जो बनकर रखी थी वह रिलीज नहीं हो पाई है'.
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सरकार से मदद की गुहार
फिल्म की स्क्रिप्टिंग से लेकर फिल्म की शूटिंग और उसकी एडिटिंग करने तक अलग-अलग लोग इस काम से जुड़े होते हैं. कोरोना संकट की वजह से हुए लॉकडाउन में स्टूडियो, एडिटिंग रूम और कैमरे भी धूल खा रहे हैं. छत्तीसगढ़ फिल्म से जुड़े कलाकार और काम करने वाले लोगों तक सुविधाएं पहुंचाने की जरुरत है. फिल्म इंडस्ट्री के लोगों ने सरकार और संस्कृति विभाग से मदद की अपील की है.