रायगढ़: विजयादशमी पर हर जगह रावण का दहन किया जाता है, लेकिन सारंगढ़ के रावणभाठा मैदान में रावण दहन के पहले ऐतिहासिक गढ़ विच्छेदन का आयोजन किया जाता है. मंगलवार को यहां गढ़ तोड़ने के बाद रावण दहन किया गया. गढ़वी चेतन को देखने के लिए आस-पास के हजारों लोग पहुंचे.
यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है. राजपरिवार के जमाने से ही यहां दशहरे के दिन गढ़ विच्छेदन होता है और इस प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागी ही रावण का दहन करता है. गढ़ के पास में ही रावण का पुतला खड़ा किया गया और परंपरा के अनुसार सारंगढ़ राज परिवार की अनुमति के बाद गढ़ विच्छेदन हुआ.
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जानें, कैसे किया जाता है गढ़ विच्छेदन
- इस गढ़ विच्छेदन में लगभग 50 फीट लंबा किलानुमा गढ़ ठीक मैदान के बीच में मिट्टी से बनाया जाता है.
- गढ़ पर कई प्रतियोगी चढ़कर गढ़ विच्छेदन में भाग लेते हैं.
- प्रतियोगियों के गढ़ के ऊपर पहुंचने से रोकने के लिए गढ़ के ऊपर चार-पांच लोग डंडे लेकर बैठे रहते हैं.
- जैसे ही ये लोग ऊपर पहुंचने का प्रयास करते हैं उन पर डंडे से हमला किया जाता है. हालंकि ये हमला काफी सुरक्षित तरीके से किया जाता है. इन लोगों को उस गढ़ पर चढ़ने से रोका जाता है और जीतने वाले को रावण दहन करने का मौका मिलता है.