रायगढ़: जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सांस से संबंधित समस्या वाले मरीजों को रखने और उनका इलाज करने के लिए वेंटिलेटर की सबसे अधिक आवश्यकता होती है. जिले में मरीजों के लिए पर्याप्त वेंटिलेटर की सुविधा न होने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को सांस लेने में सबसे अधिक समस्या होती है. लिहाजा मरीजों के लिए ज्यादा से ज्यादा और बेहतर सुविधा युक्त व्यवस्था की जा रही है.
कृत्रिम रूप से लोगों को श्वसन और उनकी हर एक स्वास्थ्य गतिविधियों के परीक्षण के लिए वेंटिलेटर की आवश्यकता होती है. रायगढ़ ही नहीं पूरे प्रदेश भर में वेंटिलेटर की कमी सामने आ रही है. लिहाजा राज्य शासन और स्वास्थ्य विभाग को अवगत भी कराया गया है. जानकारी के मुताबिक निजी अस्पतालों से भी वेंटिलेटर और आवश्यक इलाज की व्यवस्था के लिए सहयोग भी मांगा जा रहा है.
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बढ़ रहे हैं कोरोना के मरीज
जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगभग 3 हजार हो गई है. जिसमें से 24 से भी ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है. लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से फेल हो चुका है. जितने भी दावे किए गए थे, सभी खोखले साबित हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन वेंटिलेटर की कमी से जूझ रहा है. फिलहाल जिले में पर्याप्त वेंटिलेटर नहीं है. रोजाना कोरोना के लक्षण वाले गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जो की चिंता विषय बनता जा रहा है.