रायपुर: विद्युत मंडल के सेवानिवृत्त कर्मचारी के साथ 63 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी मामले में पुलिस को सफलता मिली है. पुलिस ने ठगी के तीन आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक ठगों ने पीड़ित को बैंक खाते में जमा रकम के लेनदेन की जांच करने के नाम पर झांसे में लिया था. पीड़ित के खाते से कई बार में अलग-अलग खातों में 63 लाख 33 हज़ार रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई थी. अभनपुर थाना पुलिस और साइबर सेल ने मामले से जुड़े तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों के कब्जे से 5 मोबाइल, 30 हजार बरामद
पकड़े गए तीनों आरोपी झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले हैं. घटना में शामिल आरोपी फूलचंद दास और दुलाल दास रिश्ते में सगे भाई हैं. आरोपी अशोक दास और सौरभ दास भी रिश्ते में सगे भाई हैं. ठगी की इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी सौरभ दास फरार है. जिसकी तलाश रायपुर पुलिस कर रही है.
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पुलिस ने बताया कि आरोपियों के द्वारा ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए उपयोग किए गए मोबाइल नंबर एवं बैंक खाते फर्जी हैं. जो किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 30 हजार रुपए और 5 मोबाइल फोन जब्त किए हैं. ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक बैंक खाता को पुलिस के द्वारा होल्ड कराया गया है.
इस खाते में 4 लाख रुपए हैं. रायपुर पुलिस के द्वारा तीनों आरोपियों को झारखंड के जामताड़ा से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड में रायपुर लाया गया है. आरोपियों के खिलाफ रायपुर के अभनपुर थाने में 420, 120b के तहत मामला दर्ज किया गया था.
झारखंड का जामताड़ा ऑनलाइन ठगी के मामले में अव्वल
झारखंड का गिरिडीह, देवघर, धनबाद और जामताड़ा जैसे इलाके साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए फेमस जगह मानी जाती है, यहां के आरोपी अलग- अलग तरीके से लोगों को अपने झांसे में लेकर देशभर में ऑनलाइन ठगी की घटना को अंजाम देते हैं. झारखंड के जामताड़ा से पकड़े गए आरोपियों के नाम फूलचंद दास दुलाल दास और अशोक दास है.
कोरोना से मृत बेटे का खाता अपडेट कराने का ठगों ने दिया था झांसा
पुलिस ने बताया कि ठगी करने वाले तीनों आरोपियों के द्वारा, शुरू में तीन से चार बैंक खातों में राशि ट्रांसफर की जाती है. उसके बाद ठगों के द्वारा ठगी की राशि को लगभग 40 से 50 अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता है. जिससे पुलिस को जांच पड़ताल करने में काफी समय लग जाता है. बताया जा रहा है कि ठगों ने अभनपुर के रिटायर्ड कर्मचारी अशोक कुमार साहू को कोरोना से मृत बेटे का खाता अपडेट करने का झांसा देकर 15 दिन में ओटीपी पूछ-पूछकर उनके खाते से पैसे निकाल लिए.