रायगढ़: अमृत योजना के तहत सीएसईबी के zone-2 में इंटक वेल के लिए 600 केवी का लाइन विस्तारीकरण (600 KV Line Extension in Raigarh) किया जा रहा है. इस काम के लिए 72 लाख की स्वीकृति दी गई थी, जिसे 30 दिसंबर तक पूरा करने को कहा गया है. हालांकि इस काम के नाम पर मजदूरों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. इस काम के तहत सुरक्षा मानकों की अनदेखी खुलेआम हो रही है.
73 लाख की बिजली सप्लाई
शहर के हर 48 वार्ड में अमृत मिशन योजना के तहत पाइपलाइन और विस्तारीकरण का काम जोरो पर है. अमृत मिशन योजना के इंटक वेल (Intake Well of Amrit Mission Scheme) के लिए लगभग 73 लाख की बिजली सप्लाई और 600 kv का विस्तारीकरण (600 KV Line Extension) किया जा रहा है. यहां विस्तारीकरण में काम कर रहे मजदूरों के जीवन के साथ खिलवाड़ (Threat to lifes of laborers working Amrit Mission scheme ) करते देखा गया है.
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हाल ही में एक मजदूर की गई जान
बिजली सप्लाई के लिए तारों का जाल बिछाया जा रहा है. मजदूरों को लगभग 50 फीट ऊपर खंभे पर रस्सी के सहारे चढ़ाया गया. वह भी बिना सुरक्षा मानको के. जबकि बीते दिन ही स्थानीय उद्योग में लापरवाही के कारण चार मजदूर झुलस गए थे, जिसमें एक की मौत हो गई थी. फिर से वही लापरवाही शहर में देखने को मिल रही है.
अधिकारियों की सफाई
इस विषय में जब ईटीवी भारत ने साइड इंचार्ज तकदीर कुर्रे से इस पर बात की, तो उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है. किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की जा रही है. जबकि कार्यस्थल पर खुलेआम लापरवाही उजागर होती देखी जा रही है. सीएसईबी के कार्यपालन यंत्री सुनील कुमार साहू (CSEB Executive Engineer Sunil Kumar Sahu) ने इस मामले में कहा कि हम इसकी जांच कराएंगे. उसके बाद कार्रवाई करेंगे.