रायगढ़: जिले के नगर निगम ऑडिटोरियम के बेसमेंट में तेजस एकेडमी संचालित हो रही थी, जिसे नगर निगम ने आनन-फानन में बंद करा दिया गया है. एकेडमी के बंद होने को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि 'पहले में कोई सूचना नहीं थी जबकि महापौर का कहना है कि लाखों रुपए के बिजली बिल के भुगतान नहीं होने की वजह से एकेडमी को बंद कराया गया है'.
असल में रायगढ़ जिले के तेजस एकेडमी में 250 से 300 बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. इसके लिए कलेक्टर ने क्लास संचालित कराने के लिए नवनिर्मित नगर निगम ऑडिटोरियम के बेसमेंट में तेजस एकेडमी संचालित कराने की अनुमति दी थी. इसे नगर निगम कमिश्नर के आदेश पर बंद कर दिया गया है. पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि 'उन्हें तेजस एकेडमी में बंद करने के लिए कोई भी नोटिस नहीं दिया गया था. आनन-फानन में कमिश्नर के आदेश पर एकेडमी को बंद किया गया.
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं छात्र
महापौर का कहना है कि 'लगभग 8 लाख रुपए का बिजली बिल साल भर में तेजस एकेडमी ने भुगतान नहीं किया है. इस वजह से अकादमी को बंद किया गया है.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, जो भी कारण हो लेकिन इस तरह से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए शासन संचालित निशुल्क अकादमी के बंद हो जाने से उन सैकड़ों छात्र-छात्राओं को नुकसान होगा जो मुफलिसी में भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए तेजस एकेडमी का सहारा लेते थे.