धरमजयगढ़: जमरगी डी गांव की 4 वर्षीय मासूम के आग में झुलसने का मामला सामने आया है. 108 की मदद से बच्ची को सिविल अस्पताल में भेजा गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखकर जिला चिकित्सालय रायगढ़ में भर्ती कराया गया है.
यह हादसा तब हुआ जब बच्ची सविता राठिया के परिजन तेंदूपत्ता तोड़ने गए थे. इस दौरान बच्ची खाना निकालने गई और उसका फ्राक चूल्हे में लगी आग की चपेट में आ गया. उसकी चीखें सुनकर आस-पास के लोग इकट्ठा हुए और उसे 108 की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों की मानें तो मासूम 45 से 50 प्रतिशत तक झुलस चुकी है और उसकी हालत नाजुक है.
ये है रेफर की वजह
बता दें कि धरमजयगढ़ में आगजनी से पीड़ित किसी भी मरीज का इलाज नहीं हो पाता है. इसकी वजह अस्पताल में संसाधन और सुविधा की कमी बताई जाती है इसलिए डॉक्टर ज्यादातर आगजनी के मामले में मरीज को जिला अस्पताल में रेफर करते हैं.