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रायगढ़: सालभर में महिला छात्रावास के लिए जमीन का चयन नहीं कर पाई निगम की टीम

रायगढ़ में औद्योगिक जिला होने के कारण कामकाजी महिलाएं किराए के मकान में रह कर काम करती हैं. क्षेत्र में काम काजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन एक साल के बाद भी निगम की टीम हॉस्टल निर्माण के लिए जमीन भी नहीं खोज पाई है.

raigarh municipal Corporation
रायगढ़ नगर निगम
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Published : Sep 25, 2020, 1:47 PM IST

Updated : Sep 25, 2020, 1:57 PM IST

रायगढ़: नगर निगम क्षेत्र में काम काजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण प्रस्तावित है. लेकिन रायगढ़ नगर निगम एक साल में हॉस्टल के लिए जमीन का चयन ही नहीं कर पाई है. रायगढ़ जिले में काम करने वाली महिलाओं के लिए हॉस्टल नहीं है. अगर निगम हॉस्टल बनाता है, तो घर से बाहर रह कर काम करने वाली महिलाओं को रहने के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित जगह मिल सकती है. जिससे उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.

महिला छात्रावास के लिए जमीन का चयन नहीं कर पाई निगम की टीम

औद्योगिक जिला होने के कारण कामकाजी महिलाएं यहां किराए के मकान में रह कर काम करती हैं. इसे देखते हुए कांग्रेस ने नगर निगम चुनाव के दौरान काम काजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण का वायदा किया था. नगर निगम में कांग्रेस को बहुमत मिलने के साथ ही महापौर और सभापति भी कांग्रेस के ही हैं. बावजूद इसके तकरीबन एक साल में भी कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण शुरू होना तो दूर की बात है. अभी तक जमीन का चयन तक नहीं किया जा सका है.

पढ़ें- रायगढ़: मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़ा, मशीनों से कराया जा रहा काम

इस संबंध में महापौर जानकी काटजू का कहना है कि कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण उनकी पहली प्राथमिकता है. शासन से इसकी स्वीकृति भी मिल गई है. जमीन आंबटन के लिए आवेदन जिला प्रशासन को दिया गया है. उनका कहना है कि दो-तीन जगह जमीन देखी गई है. जिसमें से जल्द ही एक का चयन कर काम शुरू करवाया जाएगा.

रायगढ़: नगर निगम क्षेत्र में काम काजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण प्रस्तावित है. लेकिन रायगढ़ नगर निगम एक साल में हॉस्टल के लिए जमीन का चयन ही नहीं कर पाई है. रायगढ़ जिले में काम करने वाली महिलाओं के लिए हॉस्टल नहीं है. अगर निगम हॉस्टल बनाता है, तो घर से बाहर रह कर काम करने वाली महिलाओं को रहने के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित जगह मिल सकती है. जिससे उन्हें बड़ी राहत मिलेगी.

महिला छात्रावास के लिए जमीन का चयन नहीं कर पाई निगम की टीम

औद्योगिक जिला होने के कारण कामकाजी महिलाएं यहां किराए के मकान में रह कर काम करती हैं. इसे देखते हुए कांग्रेस ने नगर निगम चुनाव के दौरान काम काजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण का वायदा किया था. नगर निगम में कांग्रेस को बहुमत मिलने के साथ ही महापौर और सभापति भी कांग्रेस के ही हैं. बावजूद इसके तकरीबन एक साल में भी कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण शुरू होना तो दूर की बात है. अभी तक जमीन का चयन तक नहीं किया जा सका है.

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इस संबंध में महापौर जानकी काटजू का कहना है कि कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल निर्माण उनकी पहली प्राथमिकता है. शासन से इसकी स्वीकृति भी मिल गई है. जमीन आंबटन के लिए आवेदन जिला प्रशासन को दिया गया है. उनका कहना है कि दो-तीन जगह जमीन देखी गई है. जिसमें से जल्द ही एक का चयन कर काम शुरू करवाया जाएगा.

Last Updated : Sep 25, 2020, 1:57 PM IST
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